नरेंद्र मोदी ने 9 जून को प्रधानमंत्री पद की शपथ ले ली है। इस बीच 10 जून को मंत्रिमंडल का भी बंटवारा हो चुका है। इस बीच एक खबर ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचने का काम किया। दरअसल 9 जून को जब मोदी सरकार के सभी मंत्री शपथ ले रहे थे। इस दौरान शपथ वाले मंच के पीछे एक जानवर टहलता दिखाई दे रहा था। इस रहस्यमयी जानवर का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसे लेकर देशभर के मीडिया संस्थानों ने तमाम तरह की खबरें बनाईं। दावा किया गया कि शपथ ग्रहण समारोह के दौरान मंच के पीछे रहस्यमयी जानवर दिखा है। हालांकि अब दिल्ली पुलिस ने इसपर अधिकारिक बयान देते हुए इस तरह की खबरों का खंड कर दिया है।
दिल्ली पुलिस ने खबरों को बताया अफवाह
दिल्ली पुलिस ने इस तरह की खबरों का खंडन करते हुए सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा, "दिखाए जा रहे तथ्य गलत हैं। कैमरे में जो जानवर कैद हुआ है, वह एक पालतू बिल्ली है। कृप्या इस तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें।" दिल्ली पुलिस ने अपने दूसरे पोस्ट में लिखा, "कुछ मीडिया चैनल और सोशल मीडिाय हैंडल कल राष्ट्रपति भवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह के लाइव प्रसारण के दौरान ली गई एक जानवर की तस्वीर दिखा रहे हैं और दावा कर रहे हैं कि यह एक जंगली जानवर है। यह तथ्य बिल्कुल गलत है।"
कब घटी जानवर वाली घटना?
दरअसल दुर्गादास जब मंत्री पद की शपथ ले रहे थे। इस दौरान कैमरे में दिखा कि राष्ट्रपति भवन में पीछे कोई जानवर चल रहा है। वीडियो में नजर आ रहे इस जीव को किसी ने तेंदुआ बताया तो किसी ने बिल्ली। लोग इस बात को जानने को आतुर थे कि आखिर ये जानवर कौन सा था और इतनी सुरक्षा के बीच तेंदुआ राष्ट्रपति भवन कैसे पहुंच सकता है? इसी को लेकर देशभर के मीडिया चैनलों और सोशल मीडिया पर तमाम तरह की खबरें फैलाई गईं। हालांकि अब दिल्ली पुलिस ने अधिकारिक पुष्टि कर दी है कि वह जानवर कोई रहस्यमयी जानवर नहीं बल्कि राष्ट्रपति भवन की पालतू बिल्ली थी।