मुजफ्फरनगर: भारतीय संस्कृति में माता-पिता को भगवान से भी ऊपर का दर्जा दिया जाता है। कहा जाता है कि अगर आप अपने मां-बाप की सेवा करते हैं तो उसका पुण्य चारों धामों की यात्रा से भी अधिक होता है, लेकिन आज कल समय में यह बातें सिर्फ और सिर्फ किताबों में लिखी हुई रह गई हैं। बच्चे अपने माता-पिता से सौतेले जैसा व्यवहार कर रहे हैं और ऐसे ही एक अपने बेटे और बहु से परेशान होकर एक बुजुर्ग पिता ने ऐसा कदम उठाया कि यह सभी के लिए एक सबक बन गया है।
राज्यपाल के नाम कर दी जमीन और मकान
मुजफ्फरनगर जिले में एक बुजुर्ग व्यक्ति ने बेटे और बहू के कथित खराब बर्ताव से परेशान होकर अपनी एक करोड़ रुपये से भी ज्यादा रुपयों की जायदाद उत्तर प्रदेश के राज्यपाल के नाम कर दी है। खतौली कस्बे के एक वृद्धाश्रम में रह रहे 80 साल के नत्थू सिंह ने बुढ़ाना तहसील के उप रजिस्ट्रार के कार्यालय में दाखिल एक शपथपत्र में कहा है कि उनकी जमीन उत्तर प्रदेश के राज्यपाल को दे दी जाए। इसके साथ ही नत्थू सिंह ने अपनी वसीयत में यह भी लिखा है कि मरने के बाद उनके शरीर को मेडिकल कॉलेज को दे दिया जाए, साथ ही उनकी जमीन पर सरकार स्कूल या हॉस्पिटल बनाकर गरीब लोगों का उपचार करें।
वृद्धाआश्रम में रह रहे हैं नत्थू सिंह
नाथू सिंह ने कहा कि उनके निधन के बाद वहां कोई स्कूल या अस्पताल बना दिया जाए। इस जमीन की कीमत करीब एक करोड़ रुपये बतायी जाती है। उप रजिस्ट्रार पंकज जैन ने सोमवार को बताया कि नाथू सिंह ने पिछली चार मार्च को अपनी वसीयत तैयार करायी है, जिसमें उनके मकान और 10 बीघा कृषि भूमि की कीमत एक करोड़ रुपये से ज्यादा बतायी गयी है। सिंह का आरोप है कि उनके बेटे और बहू ने कई बार उन्हें अपमानित किया। इसी वजह से उन्हें वृद्धाश्रम जाना पड़ा। वृद्धाश्रम की प्रभारी रेखा सिंह ने बताया कि नत्थू सिंह पिछले करीब पांच महीनों से उनके वृद्धाश्रम में रह रहे हैं।
ये भी पढ़ें -
मनीष सिसोदिया हो गए सत्येंद्र जैन के पड़ोसी, तिहाड़ में ही होली मनाएंगे केजरीवाल के दोनों सहयोगी
महाराष्ट्र: मुंबई और नागपुर में ED की बड़ी कार्रवाई, 15 जगहों पर छापे, करोड़ों के गहने और नकदी बरामद