Highlights
- सीरियल किलर जेल में पढ़ रहा है धार्मिक किताबें
- 34 हत्याओं को अंजाम दे चुका है
MP News: मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ सहित कुछ अन्य राज्यों में एक दशक में 34 हत्याओं को अंजाम देने वाला 'सीरियल किलर' आदेश खामरा (52) अब जेल में धार्मिक एवं प्रेरणादायक किताबें पढ़ रहा है। उसे भोपाल पुलिस ने 2018 में उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर इलाके से पकड़ा था और तब से वह भोपाल के केंद्रीय कारागार में बंद है। भोपाल के केंद्रीय कारागार के अधिकारियों के अनुसार, खूंखार विचाराधीन कैदी खामरा यहां जेल में अक्सर धार्मिक ग्रंथों को पढ़ता है। पुलिस ने दावा किया है कि उस पर हत्या के 34 मामले दर्ज हैं। उसने 2018 में अपनी गिरफ्तारी के बाद इन हत्याओं का जुर्म भी कबूला था। उसने जो हत्याएं की हैं, उनमें से अधिकांश ट्रक चालक एवं परिचालक हैं और वह अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर इन ट्रकों में लदे सामान को एक जगह से दूसरी जगह ले जाते वक्त लूटा करता था।
खूंखार अपराधी सभी नियमों का कर रहा पालन
एक वरिष्ठ जेल अधिकारी ने जेल में उसके व्यवहार में आए बदलाव के बारे में बात करते हुए ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘'वह शिक्षित है और अपना अधिकांश समय जेल में धार्मिक और प्रेरणादायक किताबें पढ़ने में बिताता है। हालांकि, वह एक खूंखार अपराधी रहा है।’’ उन्होंने कहा कि खामरा जेल के सभी नियमों का ईमानदारी से पालन कर रहा है। अधिकारी ने बताया कि उसे हाल ही में सबूतों के अभाव में एक मामले में बरी कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि कथित सीरियल किलर की पत्नी और बेटा कभी-कभार उससे मिलने जेल में आते हैं। वहीं, सहायक पुलिस आयुक्त (अपराध) बिट्टू शर्मा ने बताया कि 2018 में पुलिस ने एक दशक में 34 ट्रक चालकों और परिचालकों की हत्या के आरोप में मध्य प्रदेश के रायसेन जिले के मंडीदीप के रहने वाले दर्जी आदेश खामरा को गिरफ्तार किया था।
खामरा को भोपाल पुलिस ने पकड़ा था
शर्मा ने बताया कि उसे गिरफ्तार करना कोई आसान काम नहीं था। उन्होंने कहा कि 2018 में भोपाल के बाहरी इलाके बिलखिरिया में एक ट्रक चालक की हत्या कर वाहन में लदा सरिया लूटने के आरोप में खामरा गिरोह का एक साथी पकड़ा गया था और फिर मामले में खामरा सहित अन्य आरोपियों की गिरफ्तारियां हुई। शर्मा ने बताया कि खामरा को भोपाल पुलिस ने उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर इलाके से पकड़ा था। मंडीदीप के पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष और खामरा के पड़ोसी बद्री सिंह चौहान ने कहा कि विचाराधीन कैदी के परिवार के सदस्य अक्सर दूसरों के साथ झगड़ा किया करते थे। उन्होंने कहा कि खामरा मंडीदीप में दर्जी का काम किया करता था। मंडीदीप मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से करीब 20 किलोमीटर दूर स्थित छोटा-सा शहर है।