पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। मेदिनीपुर में स्थानीय लोगों द्वारा कथित तौर पर ओडिशा के 300 से अधिक लोगों को बंधक बनाकर रखा गया था। इस मामले की खबर लगते ही पुलिस ने एक्शन लिया है जिसके बाद 300 से अधिक लोग बुधवार को कैद से मुक्त होकर सुरक्षित अपने घर पहुंचे हैं। आइए जानते हैं कि क्या है ये पूरी घटना और इसके पीछे का कारण क्या है।
क्या है पूरा मामला?
पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर में कथित तौर पर बंधक बनाए गए 300 से अधिक लोग पुलिस की मदद से सुरक्षित वापस अपने घर लौट आए हैं। माना जा रहा है कि ओडिशा में पश्चिम बंगाल के प्रवासी श्रमिकों पर किए गए कथित हमले के कारण उन्हें बंधक बनाया गया। जानकारी के मुताबिक, पश्चिम बंगाल के इन प्रवासी श्रमिकों को गलती से बांग्लादेशी नागरिक समझ लिया गया था।
बालासोर और मयूरभंज जिलों के थे बंधक
जानकारी के मुताबिक, बालासोर और मयूरभंज जिलों के ये लोग एक स्थानीय वैद्य से इलाज के लिए केशपुर के खारीका गांव में गए और लौटते समय उनपर भीड़ ने हमला किया था। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) संजय कुमार ने कहा कि पुलिस के हस्तक्षेप के कारण सभी लोगों को बचा लिया गया और वे सुरक्षित ओडिशा पहुंच गए। (इनपुट: भाषा)
ये भी पढे़ें- पीएम मोदी ने लाल किले से 'गेमिंग' पर की बात, युवाओं से की ये खास अपील