भारत में मानसून गर्त के उत्तर की तरफ शिफ्ट होने के कारण देश में मानसून ब्रेक के दूसरे फेज की उम्मीद जताई जा रही है। भारत के अधिकांश इलाकों में इस सप्ताह के मध्य में मानसून में एक बार फिर रूकावट देखी जाएगी मगर हिमाचल और उत्तराखंड के पहाड़ी इलाके जो जुलाई और अगस्त में बारिश से प्रभावित थे वहां एक बार फिर से बारिश का मौसम देखा जा सकता है।
ऐसा इसलिए है क्योंकि अगले 2-3 दिनों में मानसून गर्त अपनी सामान्य स्थिति में उत्तर की तरफ जा सकता है, ऐसा मौसम विज्ञान विभाग ने सोमवार को बताया। विशेषज्ञों का कहना है कि इसका कारण अल नीनो घटना हो सकता है। अब मानसून ट्रफ के उत्तर की तरफ शिफ्ट होने की वजह से मानसून के एक बार फिर कमजोर होने की उम्मीद जताई जा रही है। आपको बता दें कि मानसून गर्त 7 अगस्त से 18 अगस्त तक अपनी सामान्य स्थिति में उत्तर में था।
इस मानसून गर्त के उत्तर की तरफ स्थानांतरित होने के साथ ही मैदानी इलाकों, विशेषतौर पर उत्तर पश्चिम भारत और प्रायद्वीपीय भारत में कम वर्षा की उम्मीद है। उत्तराखंड, हिमाचल, उत्तरी बिहार और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों समेत हिमालय के कुछ इलाकों में भारी वर्षा की उम्मीद की जा सकती है।
उत्तराखंड SDRF अलर्ट पर
राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल ने अपने कर्मचारियों को अच्ची गुणवत्ता वाले उपकरणों के साथ तैयारी कर लिया है। मौसम विभाग द्वारा अलर्ट जारी करने के बाद पूरे राज्य में 42 जगहों पर कुल 560 फोर्सेज को तैनात किया गया है।
हिमाचल में क्या है तैयारी?
हिमाचल SDRF के निदेशक ने बताया कि सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। हमने सभी संबंधित विभागों और उनके अधिकारियों को अलर्ट कर दिया है।
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