Highlights
- जो वायरस यूरोप व अमेरिका में मिला है] वह भारत में नहीं है
- प्रभावित देशों में अभी तक कुल 18 हजार मामले सामने आ चुके हैं
- भारत में 5 केस आए हैं पर मौत किसी की नहीं हुई है
Monkeypox News: देश में मिले मंकीपॉक्स के पहले दो संक्रमित रोगियों की जीनोम सीक्वेंसिंग में खुलासा हुआ है कि जो वायरस यूरोप व अमेरिका में मिला है, वह भारत में नहीं है। यूरोप का स्ट्रेन सुपर स्प्रेडर है। केरल निवासी दोनों मरीजों में वायरस का ए.2 क्लैड मिला हैए जो पिछले साल फ्लोरिडा में मिला था। देश में मिले मंकीपॉक्स के पहले दो संक्रमित रोगियों की जीनोम सीक्वेंसिंग में खुलासा हुआ है कि जो वायरस यूरोप व अमेरिका में मिला है, वह भारत में नहीं है। यूरोप का स्ट्रेन सुपर स्प्रेडर है। केरल निवासी दोनों मरीजों में वायरस का ए.2 क्लैड मिला है जो पिछले साल फ्लोरिडा में मिला था।दरअसल, मंकीपॉक्स से प्रभावित देशों में अभी तक कुल 18 हजार मामले सामने आ चुके हैं। बता दें कि 70% मामले यूरोपीयन देशों से सामने आए हैं तो वहीं 25% मामले अमेरिकी क्षेत्र से हैं। पूरी दुनिया की बात करें तो मंकीपॉक्स की वजह से अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है वहीं भारत में 5 केस आए हैं पर मौत किसी की नहीं हुई है। दुनिया में 10% ऐसे मरीज हैं जिन्हें हॉस्पिटल में भर्ती होने की जरूरत पड़ी है।
मंकीपॉक्स के मामले में केंद्र सरकार अलर्ट, वैक्सीन की तैयारी शुरू
गौरतलब है कि देश और दुनिया में मंकीपॉक्स के खतरे को देखते हुए भारत सरकार अब बिल्कुल अलर्ट मोड में आ गई है। कोरोना से सबक लेते हुए सरकार ने देश में मंकीपॉक्स के मामलों को देखते हुए इसकी वैक्सीन को लेकर तैयारी शुरू कर दी है। केंद्र सरकार ने मंकीपॉक्स की वैक्सीन बनाने के लिए टेंडर निकाला है। सरकार ने इसकी वैक्सीन बनाने के लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट लेकर आई है यानी कि टेंडर लेकर आई है। ये मंकीपॉक्स की वैक्सीन बनाने और उसकी जांच करने के लिए टेस्ट किट बनाने को लेकर आई है। देश में मंकीपॉक्स के अब तक 5 मामले सामने आए हैं। दुनिया की बात करें तो मंकीपॉक्स अब तक 78 देशों में फैल चुका है और कुल 18 हजार मामले सामने आ चुके हैं।