Highlights
- मलप्पुरम में एक 30 वर्षीय शख्स का चल रहा इलाज
- 27 जुलाई को यूएई से कोझिकोड एयरपोर्ट आया था शख्स
- केरल में मंकीपॉक्स का यह पांचवां मामला
Monkeypox in India: कोरोना वायरस का कहर अभी पूरी तरह खत्म भी नहीं हो पाया था और अब मंकीपॉक्स ने लोगों की चिंता को बढ़ा दिया है। केरल में मंकीपॉक्स का एक और मामला सामने आया है। मलप्पुरम में एक 30 वर्षीय शख्स का इलाज चल रहा है। वह 27 जुलाई को यूएई से कोझिकोड एयरपोर्ट आया था। इस बात की जानकारी केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने दी है। बता दें कि केरल में मंकीपॉक्स (Monkeypox) का यह पांचवां मामला है।
मंकीपॉक्स से देश में एक व्यक्ति की हो चुकी है मौत
केरल सरकार ने सोमवार को इस बात की पुष्टि की थी कि 30 जुलाई को 22 वर्षीय जिस व्यक्ति की मौत हुई, वह मंकीपॉक्स (Monkeypox) से संक्रमित था। इस तरह देश में मंकीपॉक्स से यह पहली मौत है। राज्य के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने मीडिया से कहा कि नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलॉजी (NIV), पुणे को भेजे गए नमूनों में संक्रमण मिला है और यह पश्चिम अफ्रीकी संस्करण था।
मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने दी जानकारी
विजयन ने कहा कि 22 जुलाई को राज्य पहुंचा यह व्यक्ति इससे पहले 19 जुलाई को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में मंकीपॉक्स (Monkeypox) से संक्रमित पाया गया था। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने एक प्रेस रिलीज में कहा, "संबंधित व्यक्ति की तबीयत बिगड़ने के बाद उसे 27 जुलाई को त्रिशूर स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन उसके रिश्तेदारों ने यूएई से मिली जांच रिपोर्ट के बारे में 30 जुलाई को अस्पताल के अधिकारियों को सूचित किया।" जॉर्ज ने कहा कि संबंधित व्यक्ति के परिवार के सदस्यों, दोस्तों, एक सहायक और फुटबॉल खेलने वालों सहित 20 लोग उसके साथ हाई रिस्क कैटेगरी में संपर्क में आए।
मंकीपॉक्स के लक्षण क्या हैं?
- शरीर दर्द
- ठंड लगना
- बुखार
- थकान और सुस्ती
- मांसपेशियों में दर्द
- खुजली वाले दाने उभरना
- चेहरे, हाथ और शरीर के बाकी हिस्सों पर चकत्ते और दाने
मंकीपॉक्स से अब तक कितनी मौतें हुईं
मई के बाद 78 देशों में मंकीपॉक्स (Monkeypox) के लगभग 20,000 से ज्यादा मामले सामने आए हैं। इसमें अफ्रीका 75 से ज्यादा मौतें हुई हैं, जोकि सबसे ज्यादा है। इसके अलावा ब्राजील में एक और स्पेन में दो लोगों की मंकीपॉक्स की वजह से मौत हुई है।
मंकीपॉक्स पर क्या हैं गाइडलाइन
- उन लोगों पर नजर रखें, जिनके शरीर पर दाने हैं।
- ऐसे लोगों का ध्यान रखें, जिन्होंने बीते 21 दिनों में किसी ऐसे देश में यात्रा की हो, जो मंकीपॉक्स इनफेक्टिड हो।
- मंकीपॉक्स केस को हेल्थकेयर फैसिलिटी में आइसोलेट करेंगे। इसके लिए मरीज के शरीर के दानों से पपड़ी उधड़ना जरूरी है।
- संदिग्ध मरीजों के सैंपल NIV पुणे में टेस्टिंग के लिए जाएंगे।
- पॉजिटिव केस की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग शुरू होगी।
- स्किन की बीमारी से पीड़ित लोगों से शारीरिक कॉन्टैक्ट से बचें।
- मरे हुए जंगली जानवरों से दूरी बनाएं।
- अफ्रीकी जंगली जानवरों से बनाए गए प्रोडक्ट्स से बचें।