Highlights
- WHO ने जारी किये नए दिशा-निर्देश
- WHO ने बताया कैसे फैलता है मंकीपाक्स
- इसके बारे में जागरूकता फ़ैलाने की जरूरत - WHO
Monkeypox: दुनिया अभी कोरोना के संकट से उबरी भी नहीं थी कि मंकीपॉक्स नाम का वायरस सामने आ गया। इसके बारे में दुनिया को बहुत सीमित मात्रा में पता है। दुनियाभर की तमाम स्वास्थ्य एजेंसियां भी इसे लेकर सतर्क हो गई हैं। वहीं अब विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी मंकीपॉक्स को लेकर चेतावनी जारी की है। WHO ने कहा है कि पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले पुरुषों में मंकीपाक्स के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। संक्रमण के खतरे को देखते हुए ऐसे लोगों को नए पार्टनर के साथ संबंध बनाने से बचना चाहिए। ऐसे मंकीपाक्स को बढ़ने से रोकने में मदद मिल सकती है।
WHO के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेबियस ने सलाह दी कि वे पुरुष अपने यौन साझेदारों को कम करने पर विचार करें। नए पार्टनर से संबंध बनाने से बचें। अगर किसी नए पार्टनर से संबंध बना भी रहे हैं, तो उसके बारे में मंकीपॉक्स से जुड़ी सभी जरूरी जानकारी जुटा लें। जिसके बाद ही उसके साथ संबंध स्थापित करें। टेड्रोस ने कहा, 'अब तक 98 प्रतिशत मामले पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले पुरुषों में हैं, लेकिन किसी के भी संपर्क में आने से उन्हें मंकीपाक्स हो सकता है। यही वजह है कि डब्ल्यूएचओ देशों को यह सलाह दे रहा है कि वे बच्चों, गर्भवती महिलाओं सहित अन्य कमजोर समूहों में संक्रमण के जोखिम को कम करने के लिए उचित कदम उठाएं, जो इम्युनोसप्रेस्ड हैं।
मंकीपॉक्स के प्रति जागरूकता फैलाने की जरूरत
उन्होंने कहा कि मंकीपॉक्स के बढ़ते खतरे को रोकने के लिए इस समय सभी देशों का ध्यान उन पुरुषों पर होना चाहिए, जो दूसरे पुरुषों के साथ यौन संबंध बनाते हैं। ऐसे लोगों के समुदायों में मंकीपॉक्स के प्रति जागरूकता फैलाने की जरूरत है। साथ ही देशों को ऐसे पुरुषों अधिकारों के बारे में भी पूरा ध्यान रखना चाहिए। हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि कलंक और भेदभाव किसी भी वायरस की तरह खतरनाक हो सकता है।
WHO ने बताया कैसे फैलता है मंकीपॉक्स ?
- ये वायरस त्वचा से त्वचा में फैलता है, यह चादर या तौलिये जैसी वस्तुओं को छूने से भी फैल सकता है, जिनका इस्तेमाल संक्रमित व्यक्ति ने किया हो।
- सीडीसी के अनुसार, शोधकर्ता इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या वायरस किसी ऐसे व्यक्ति से फैल सकता है जिसमें कोई लक्षण नहीं है।
- मंकीपाक्स वायरस त्वचा, आंख, नाक या मुंह के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है।
- यह संक्रमित जानवर के काटने से, या उसके खून, शरीर के तरल पदार्थ, या फर को छूने से भी हो सकता है।