Highlights
- केरल के 35 वर्षीय युवक में संक्रमण की पुष्टि
- केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने दी जानकारी
- भारत समेत दुनिया के 75 देश इसकी जद में
Monkeypox Cases: दुनियाभर में मंकीपॉक्स के मामले बढ़ रहे हैं। इसी बीच भारत में केरल में मंकीपॉक्स का तीसरा मामला सामने आया है। जुलाई की शुरुआत में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से 35 वर्षीय युवक वापस लौटा था। इस युवक में मंकीपॉक्स के संक्रमण की पुष्टि हुई है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने बताया कि मलप्पुरम का रहने वाला युवक छह जुलाई को अपने गृह राज्य लौटा था। उसका तिरुवनंतपुरम के मंजेरी मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है। जॉर्ज के मुताबिक, युवक की हालत स्थिर है। उन्होंने बताया कि संक्रमित के संपर्क में रहे लोगों पर करीबी नजर रखी जा रही है।
भारत समेत दुनिया के 75 देश इसकी जद में
मंकीपॉक्स की जद में दुनिया के 75 देश आ चुके हैं, इसमें भारत भी शामिल है। सबसे ज्यादा इस भयानक वायरस के मामले अमेरिका और कनाडा में दर्ज किए गए हैं। जबकि भारत में भी इस वायरस के दो मामले अब तक सामने आए हैं। भारत में मंकीपॉक्स का पहला मामला 14 जुलाई को दर्ज किया गया था। विदेश से भारत आए एक व्यक्ति में इस वायरस के लक्षण देखे गए थे, बाद में जब उसके नमूने को जांच के लिए भेजा गया तो वह यात्री मंकीपॉक्स से संक्रमित पाया गया। वहीं 17 जुलाई को केरल से ही एक और मंकीपॉक्स का मामला सामने आया था। यह संक्रमित भी विदेश से लौटा था और केरल एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग के दौरान उसमें मंकीपॉक्स के लक्षण देखे गए थे।
दुनियाभर में 14 हजार से ज्यादा मामले
वैश्विक स्तर पर देखा जाए तो मंकीपॉक्स के अब तक दुनियाभर में 14 हज़ार से ज्यादा मामले आ गए हैं। जबकि उससे मरने वालों की संख्या 5 तक पहुंच गई है। भारत भी अब मंकीपॉक्स की जद में आ गया है। यहां केरल का तीसरा मामला सामने आया है। दुनियाभर के विशेषज्ञ बता रहे हैं कि अगर यह बीमारी कोरोना वायरस की तरह तेजी से फैली तो इसके परिणाम कोविड महामारी से भी भयावह हो सकते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन जो पहले मंकीपॉक्स को महामारी घोषित नहीं कर रहा था, उसने भी इसके तेजी से बढ़ते संक्रमण को देखते हुए इसे महामारी घोषित कर दिया है।
तेजी से बढ़ रहा है मंकीपॉक्स
WHO के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्येयियस ने गुरुवार को ही मंकीपॉक्स से जुड़ी जानकारी शेयर करते हुए बताया था कि अभी तक दुनियाभर में मंकीपॉक्स के संक्रमण से 14 हजार लोग संक्रमित हुए हैं। जबकि अफ्रिका में इस वायरस की वजह से 5 लोगों की मौत हो गई है। सबसे खतरनाक बात है कि यह वायरस अब तेजी से फैल रहा है। इसे ऐसे समझिए की 15 जुलाई को जहां दुनिया भर में मंकीपॉक्स के मामलों की संख्या 11634 थी, वहीं गुरुवार तक यह आंकड़ा 14 हजार तक पहुंच गया। यानि महज़ चार दिनों में मंकीपॉक्स के मामलों में ढाई हज़ार की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।