Highlights
- हमलावरों का मकसद पूरी बिल्डिंग को उड़ाना था
- टीएनटी विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया
Mohali Blast : पंजाब (Punjab) के मोहाली (Mohali) में इंटेलिजेंस विंग के हेडक्वार्टर (Intelligence Wing Headquarter) पर हुए हमले की जांच अभी जारी है। इस बीच हमले में इस्तेमाल रॉकेट लॉन्चर को बरामद कर लिया गया है। हालांकि पुलिस ने अभी ये खुलासा नहीं किया है कि ये लॉन्चर कहा से बरामद हुआ। मोहाली ब्लास्ट (Mohali Blast) मामले में पुलिस ने 11 लोगों को हिरासत में लिया है और उने पूछताछ की जा रही है। अभी तक जो जांच हुई है उससे यह पता चलता है कि हमलावरों का मकसद पूरी इंटेलिजेंस विंग हेडक्वार्टर की पूरी बिल्डिंग को उड़ाना था। लेकिन वे अपने मकसद में कामयाब नहीं हो पाए।
टीएनटी विस्फोटक का इस्तेमाल
जानकारी के मुताबिक इस हमले में टीएनटी विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया जो आरडीएक्स से भी घातक है। रॉकेट अटैक के 24 घंटे के अंदर इसके लॉन्चर के बरामद होने का दावा पंजाब पुलिस ने कर दिया है। RPG लॉन्चर के बरामद होने का मतलब है कि अब तक केवल अंधेरे में हाथ पैर मार रही पुलिस अब हमलावरों का बड़ा सुराग लगा चुकी है।
ब्लास्ट में बिल्डिंग की खिड़कियों के कांच टूटे
आपको बता दें कि मोहाली में सेक्टर 77 स्थित इंटेलिजेंस विंग के हेडक्वार्टर में सोमवार रात को आरपीजी से हमला किया गया था। इस हमले में बिल्डिंग की खिड़कियों के शीशे टूट गए थे। इस घटना को इंटेलीजेंस की विफलता के रूप में देखा जा रहा है। क्योंकि इसी बिल्डिंग में राज्य की ‘काउंटर इंटेलिजेंस विंग’, विशेष कार्य बल और कुछ अन्य यूनिट्स के दफ्तर हैं। राजनीतक दलों ने इसे बेहत गंभीर और चौंकानेवाली घटना बताया है।
हाल के दिनों में आतंक से जुड़ी घटनाएं बढ़ीं
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब हाल ही में हरियाणा के करनाल में चार संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया था । इन चारों के तार पाकिस्तान से जुड़े हुए थे। इनके पास से हथियार और विस्फोटक बरामद किये गए थे। वहीं पंजाब के तरन तारन जिले से 1.50 किलोग्राम RDX से भरा एक IED बरामद हुआ था। इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इससे पहले, 24 अप्रैल को चंडीगढ़ की बुरैल जेल के पास एक विस्फोटक उपकरण भी बरामद हुआ था।