Highlights
- डिफेंस (सिविल) में 2,47,502 पद रिक्त
- होम अफेयर्स में 1,28,842 और डाक विभाग में 90,050 पद
- 72 अन्य डिपार्टमेंट्स में 87,286 पद रिक्त
Modi Govt On Jobs: 10 लाख नौकरियों को लेकर मोदी सरकार द्वारा किया गया फैसला चर्चा में है। दरअसल 14 जून की सुबह 9.27 बजे PMO इंडिया ने ट्वीट किया था कि पीएम ने सभी विभागों और मंत्रालयों की समीक्षा की है और सरकार ने ये ऐलान किया है अगल डेढ़ साल में 10 लाख नौकरियां दी जाएंगी। पीएम मोदी ने मिशन मोड में नौकरी देने के निर्देश दिए हैं।
इस घोषणा के कुछ ही घंटों बाद गृह मंत्रालय के प्रवक्ता का बयान सामने आया था। उन्होंने कहा था कि हमने वैकेंसी भरने का काम शुरू कर दिया है। इसके बाद कई तरह के बयान सरकार के बिना किसी रोडमैप के सामने आने लगे। यहां हम आपको वैकेंसी का पूरा रोडमैप समझाएंगे।
किन डिपार्टमेंट में सबसे ज्यादा पद खाली
इस समय सबसे ज्यादा पद डिफेंस (सिविल) में खाली हैं। यहां रिक्त पदों की संख्या 2,47,502 है। रेलवे में रिक्त पदों की संख्या 2,37,295, होम अफेयर्स में 1,28,842 और डाक विभाग में 90,050 है। वहीं रेवेन्यू डिपार्टमेंट में 76,327 पद खाली हैं। इसके अलावा 72 अन्य डिपार्टमेंट्स में भी पद रिक्त हैं, जिनकी संख्या 87,286 है।
किस ग्रुप में कितने पद हैं रिक्त
ग्रुप ए के लिए रिक्त पदों की संख्या 21,613 है। ग्रुप बी के लिए 17,005, ग्रुप सी के लिए 80,752 और ग्रुप सी के लिए 7,67,414 पद रिक्त हैं। बता दें कि 2014 के बाद से सरकारी विभागों में रिक्त पदों की संख्या बढ़ी है।
2014 से लेकर अब तक कितने पद हैं रिक्त
साल 2014-15 में रिक्त पदों की संख्या 4,21,658 थी। साल 2015-16 में रिक्त पदों की संख्या 4,20,547 थी। साल 2016-17 में 412752, साल 2017-18 में 683823 साल 2018-19 में 910153 और साल 2019-20 में 867302 थी।
बीते 5 साल में कितने रिक्त पद भरे गए
अगर रिक्त पदों को भरने की बात करें तो बीते 5 साल में 4.44 लाख पद भरे गए हैं। ये पद यूपीएससी, एसएससी और आरआरबी ने भरे हैं। साल 2016-17 में यूपीएससी ने 5735 पद भरे थे। एसएससी ने 68,880 पद भरे थे। आरआरबी ने 27,538 पद भरे थे और कुल भर्ती 1,02,153 हुई थीं।
वहीं साल 2020-21 में यूपीएससी ने 3609 पद भरे थे। एसएससी ने 68,891 पद भरे थे। आरआरबी ने 5764 पद भरे थे और कुल भर्ती 78264 हुई थीं।
हालांकि जानकार मानते हैं कि भारत में बेरोजगारी की समस्या को दूर करने के लिए 10 लाख नौकरियां काफी नहीं हैं। फिर भी साल 2024 के लोकसभा चुनावों में बेरोजगारी के मुद्दे पर जवाब देने के लिए बीजेपी के पास एक प्वाइंट जरूर होगा।