Highlights
- गुलाम नबी आज़ाद कांग्रेस के जी-23 नेताओं में शामिल हैं
- कई जगहों पर आज़ाद की नाराज़गी खुलकर सामने आ चुकी है
- जम्मू-कश्मीर में होने वाले हैं विधासनभा चुनाव
गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या सरकार ने पद्म पुरस्कारों का ऐलान किया है। इसमें दिग्गज नेता गुलाम नबी आज़ाद का भी नाम था। आज़ाद को पद्म भूषण सम्मान दिया गया। कांग्रेस में इसको लेकर थोड़ी नाराज़गी भी नज़र आई और जयराम रमेश ने अप्रत्यक्ष रूप से उनके ऊपर निशाना भी साधा था। गुलाम नबी आज़ाद की गिनती कांग्रेस से नाराज़ चल रहे नेताओं में होती है।
आज़ाद कांग्रेस के जी-23 नेताओं में शामिल हैं। वह कई मौकों पर कांग्रेस नेतृत्व पर निशाना भी साधते हैं। हाल ही में उन्होंने यहां तक कह दिया था कि जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने की मांग करने वाली कांग्रेस को केंद्र में 300 से ज्यादा सीटें चाहिए, लेकिन अभी तक ऐसा नज़र नहीं आ रहा है कि उसे आगामी लोकसभा चुनाव में इतनी सीटें मिल पाएंगी। इधर, जम्मू-कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनाव से भी इसे जोड़कर देखा जा रहा है।
गुलाम नबी आज़ाद जम्मू-कश्मीर से आने वाले कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शामिल हैं। पिछले साल फरवरी में जब उनका कार्यकाल राज्यसभा से समाप्त हो रहा था तो उन्होंने पीएम मोदी की काफी तारीफ भी की थी। कुछ ऐसा ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से भी नज़र आया था। पीएम तो गुलाम नबी आज़ाद से जुड़े एक किस्से का जिक्र करते हुए भावुक तक भी हो गए थे।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता रहे गुलाम नबी आजाद ने कहा कि नरेंद्र मोदी खुद को गर्व से चाय वाला कहते हैं. उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि मेरे नरेंद्र मोदी के साथ राजनीतिक मतभेद हैं, लेकिन प्रधानमंत्री एक जमीनी व्यक्ति हैं। आजाद ने पीएम के साथ राजनीतिक मतभेदों का जिक्र कर उनकी तारीफ की तो कश्मीर की अर्थव्यवस्था को लेकर भी अपनी राय रखी।
इस दौरान एक आतंकी घटना के बाद गुलाम नबी आजाद के साथ फोन पर हुई बात का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदन में भावुक हो गए थे। पीएम मोदी ने गुलाम नबी आजाद की तारीफ करते हुए कहा कि वो यहां के घर में बगीचे को संभालते हैं, जो कश्मीर की याद दिलाता है। पीएम मोदी ने कहा कि गुजरात के यात्रियों पर जब आतंकवादियों ने हमला किया, सबसे पहले गुलाम नबी आजाद जी का उनके पास फोन आया। वो फोन सिर्फ सूचना देने का नहीं था, फोन पर गुलाम नबी आजाद के आंसू रुक नहीं रहे थे।