प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में "भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस" का पालन आरंभ से ही सख्ती के साथ किया जा रहा है। विभिन्न सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों को बर्खास्त किए जाने व उन्हें नौकरी से हटाए जाने का सिलसिला जारी है। ताजा मामले में केंद्रीय दूरसंचार मंत्रालय में सचिव स्तर के दो अधिकारियों पर भी मोदी सरकारन ने गाज गिराई है। केंद्रीय राज्य संचार मंत्री देवू सिंह चौहान के मंत्रालय में एडिशनल प्राइवेट सेक्रेटरी जयेश एन रावल और असिस्टेंट प्राइवेट सेक्रेटरी राहुल घोष को तत्काल प्रभाव से नौकरी से हटा दिया गया है।
मंत्रालय की ओर से दोनों सचिव स्तरीय अधिकारियों को नौकरी से हटाए जाने को लेकर वेबसाइट पर सूचना भी जारी कर दी गई है, जिसमें बताया गया है कि उक्त दोनों अधिकारियों को 16 जून 2023 से संचार राज्य मंत्री के कार्यालय से उनके कर्तव्यों से मुक्त कर दिया गया है। साथ ही उनकी नियुक्ति को तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दिया गया है। ऐसे संचार राज्यमंत्री की अनुमति के बाद किया गया है। केंद्र सरकार में अंडर सेक्रेटरी सुमिश द्वारा जारी किए गए पत्र के अनुसार जयेश एन रावल को 6 अगस्त 2021 को मंत्रालय में इस पद पर नियुक्त किया गया था। जबकि राहुल घोष को 1 सितंबर को मंत्रालय में नियुक्ति दी गई थी। सूत्रों के अनुसार उक्त दोनों अधिकारियों को भ्रष्टाचार के आरोपों में हटाया गया है। हालांकि आदेश में दोनों अधिकारियों को हटाए जाने के कारणों का जिक्र नहीं किया गया है।