जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर से आतंकी साया नजर आने लगा है। आतंकियों ने बीते दिन जम्मू-कश्मीर पुलिस के इंस्पेक्टर को गोली मारी थी। वहीं, आतंकियों ने अब पुलवामा में एक गैर स्थानीय मजदूर पर हमला कर के उसकी हत्या कर दी। जम्मू-कश्मीर में 24 घंटे के भीतर ही इन दो बड़ी आतंकी घटनाओं ने सुरक्षा एजेंसियों और पुलिस को हैरान कर दिया है।
दो वारदातों से थर्राया कश्मीर
रविवार को आतंकियों ने श्रीनगर के ईदगाह इलाके में जम्मू-कश्मीर पुलिस के इंस्पेक्टर मंसूर अहमद वानी को क्रिकेट खेलते वक्त गोली मार दी थी। वहीं, आज सोमवार को दोपहर में पुलवामा से खबर आई है कि आतंकियों ने एक गैर स्थानीय मजदूर पर गोलियां चला कर उसकी हत्या कर दी। मृतक का नाम मुकेश है और वह उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। इन दोनों ही वारदातों में आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा का हाथ बताया जा रहा है।
सुरक्षा को लेकर अलर्ट जारी
पुलिस ने पुलवामा के कई इलाकों में फरार आतंकियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। श्रीनगर और पुलवामा में हुए इन दोनों हमलों के बाद कश्मीर में सुरक्षा को अलर्ट कर दिया गया है। सुरक्षा एजेंसियों को इनपुट मिले हैं कि आतंकी अपनी मजबूरी का एहसास दिलाने के लिए नेता लोगों को निशाना बना सकते हैं।
डीजीपी ने दिया बयान
पुलवामा में आतंकवादियों द्वारा एक मजदूर की टारगेट किलिंग पर जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने भी बयान जारी किया है। उन्होंने कहा- "मुझे विश्वास है कि पुलिस इंस्पेक्टर पर आतंकवादियों द्वारा हमले और एक मजदूर की हत्या में शामिल लोगों की पहचान करेगी और उन्हें पकड़ेगी। हम हमले के पीछे के लोगों को नहीं छोड़ेंगे...पड़ोसी देश को यहां जम्मू-कश्मीर में शांति पसंद नहीं है।"
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