भारतीय नौसेना ने अपने बेड़े में MH-60R सीहॉक हेलिकॉप्टर को शामिल कर लिया है। नौसेना के इस कदम के बाद उसकी सैन्य क्षमता में बड़ा इजाफा देखने को मिलेगा। MH-60R सीहॉक हेलिकॉप्टर को नौसेना वायु स्क्वाड्रन को नौसेना प्रमुख आर हरि कुमार की उपस्थिति में कोच्चि में आईएनएस गरुड़ में एक समारोह में शामिल किया गया। आइए जानते हैं इस हेलिकॉप्टर की कुछ बड़ी खूबियों के बारे में।
अमेरिका से हुआ था सौदा
MH-60R सीहॉक हेलिकॉप्टर को अमेरिका की डिफेंस कंपनी लॉकहीड मार्टिन कॉर्पोरेशन द्वारा निर्मित किया गया है। भारत ने साल 2020 में 24 ऐसे हेलिकॉप्टरों के लिए 2.6 अरब डॉलर का सौदा किया था। ये हेलिकॉप्टर्स नौसेना के पुराने हो रहे हेलिकॉप्टर्स की जगह लेंगे। बता दें कि MH-60R सीहॉक अपनी कैटेगरी में सबसे अत्याधुनिक माना जाता है। MH-60R सीहॉक हेलिकॉप्टर नौसेना के आधुनिकीकरण की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।
क्यों कहते हैं 'शिकारी'
MH-60R सीहॉक हेलिकॉप्टर अत्याधुनिक हथियारों, सेंसरों और अन्य सुविधाओं से लैस हैं। इसे बेड़े में शामिल करने के बाद भारतीय नौसेना की मारक क्षमता में बड़ा इजाफा होगा। आपको बता दें कि इस हेलिकॉप्टर में अत्याधुनिक रडार, हेलफायर मिसाइलें, नाइट विजन इक्विपमेंट, एमके 54 टारपीडो और राकेट आदि लगे हैं। ये समुंदर में छिपे पनडुब्बी को खोजकर उसे बर्बाद कर सकता है। हेलीकॉप्टर को पनडुब्बी रोधी युद्ध, सतह रोधी युद्ध, खोज, बचाव तथा चिकित्सा अभियान सहित अन्य अभियानों के लिए तैयार किया गया है।
जानें अन्य खूबियां
MH-60R सीहॉक हेलिकॉप्टर की तैनाती नौसेना के स्वदेशी विमानवाहक युद्धपोत INS Vikrant पर की जाएगी। आपको बता दें कि इस हेलिकॉप्टर को फ्रिगेट, कॉर्वेट या डेस्ट्रॉयर्स पर भी तैनात किया जा सकता है। ये हेलिकॉप्टर निगरानी, जासूसी, हमला, सबमरीन खोजकर उसे खत्म भी कर सकता है। यह अधिकतम 10,433 kg वजन के साथ टेकऑफ कर सकता है। MH-60R सीहॉक हेलिकॉप्टर 830 किमी की दूरी तय कर सकता है और 270 किमी की गति से उड़ सकता है।
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