Highlights
- दर्द से तड़प रही गर्भवती महिला को नहीं मिली एंबुलेंस
- बांस के स्ट्रेचर पर लिटाकर पहुंचाया गया अस्पताल
- वीडियो वायरल, देश भर के लोगों ने प्रशासन की कड़ी आलोचना की
Meghalaya News: मेघालय के री-भोई जिले में एक गर्भवती महिला को सोमवार को एंबुलेंस और दूसरी गाड़ी नहीं मिलने के कारण बांस के स्ट्रेचर पर लिटा कर पांच किलोमीटर दूर अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। पांच किलोमीटर की मुश्किल यात्रा के दौरान महिला प्रसव पीड़ा से जूझ रही थी, लेकिन समय पर उसे स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा दिया गया। पथरखमा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉक्टर सी. लिंगदोह ने “पीटीआई-भाषा” को बताया, “जलीलम गांव के स्वयंसेवकों ने महिला को करीब पांच किलोमीटर दूर अस्पताल तक लाने के लिए बारी-बारी से स्ट्रेचर को उठाया, क्योंकि वहां कोई एंबुलेंस या वाहन उपलब्ध नहीं था।”
लोगों ने की प्रशासन की कड़ी आलोचना
लिंगदोह ने बताया कि महिला ने सीएचसी में एक बच्ची को जन्म दिया,जिसका वजन चार किग्रा से कुछ अधिक है। उन्होंने कहा कि मां-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। महिला को इस तरह से बांस के स्ट्रेचर पर ले जाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद देश भर के लोगों ने प्रशासन की कड़ी आलोचना की।
यह कोई पहला मामला नहीं
यह कोई पहला मामला नहीं है जब एंबुलेंस के अभाव में महिला को अस्पताल पहुंचाने के लिए गांव वालों को मशक्कत करनी पड़ी। अक्सर ऐसे मामले सामने आते रहते हैं। कभी सरकारी अस्पताल में स्ट्रेचर नहीं मिल पाता, तो कभी एंबुलेंस जरूरतमंद के घर तक नहीं पहुंच पाती। जब देश हर दिन प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहा है, आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है, ऐसे में इस तरह के मामले सोचने पर मजबूर कर देते हैं कि आखिर कमी कहां रह गई?