नई दिल्ली: फिलिस्तीन के कट्टरपंथी संगठन हमास ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर आतंकी हमला किया था। इस हमले के दौरान 20 मिनट में 5 हजार रॉकेट दागे गए। वहीं इजरायली सीमा में आतंकियों ने घुसपैठ की और आम नागरिकों की हत्या की। मरने वालों में निहत्थे बच्चे, बूढ़े, महिलाएं व अन्य सभी वर्ग व आयु के लोग शामिल हैं। इस हमले के बाद आतंकियों ने कई लोगों को बंधक बना लिया और उन्हें गाजा ले गए। इस हमले में अबतक 1200 लोगों की मौत हो चुकी है। ऐसे में इजरायल ने हमास के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया है और एक-एक कर हमास के कई आतंकियों को मारा जा रहा है।
इजरायल-फिलिस्तीन पर भारत का रुख
इजरायल की सेना द्वारा हमास के ठिकाने व उनके आतंकियों पर दिन रात हमले किए जा रहे हैं। इस बीच भारतीय विदेश मंत्रालय ने इजरायल और फिलिस्तीन के मामले पर कहा है कि इस संबंध में हमारी नीति दीर्घकालिक और सुसंगत रही है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, 'फिलिस्तीन को लेकर भारत की पॉलिसी लंबे समय से एक ही रही है। भारत हमेशा से बातचीत के माध्यम से आजाद और संप्रभु फिलिस्तीन बनाने की वकालत कर रहा है। भारत का स्टैंड अब भी यही है। अरिंदम बागची ने आगे कहा कि हमास द्वारा इजरायल पर किए गए हमले को भारत एक आतंकी हमले की तरह देख रहा है।'
ऑपरेशन अजय लॉन्च
बता दें कि इस बीच 'ऑपरेशन अजय' को लॉन्च कर दिया गया है। इस बाबत विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि आज देर शाम भारतीय विमान तेल अवीव पहुंचेगी। वहीं 13 अक्टूबर की सुबह यह विमान भारत लौटेगी। उन्होंने कहा कि इस विमान में 230 लोगों को भारत लाया जाएगा। हमने पहले भी भारतीय वायुसेना का इस्तेमाल किया है। हालांकि अभी इसकी जरूरत नहीं आई है। फिलहाल यात्रियों को सुरक्षित भारत लाने के लिए हम चार्टेड प्लेन का इस्तेमाल कर रहे हैं। विदेश मंत्रालय ने कहा कि इजरायल में भारतीय दूतावास द्वारा जारी एडवाइजरी का सभी भारतीय पालन करें और जरूरत पड़ने पर दूतावास से संपर्क कर सकते हैं।