AIUDF के अध्यक्ष मौलाना बदरुद्दीन अजमल ने जनसंख्या वृद्धि पर हिंदुओं को लेकर विवादित टिप्पणी की है। मौलाना ने हिंदुओं पर शादी से पहले गैरतरीके से 2-3 बीवियां रखने का आरोप लगाया है। साथ ही साथ उन्होंने यह भी कहा कि हिंदुओं में शादी 40 के बाद होती है तो ऐसी स्थिति में उनका बच्चा कहां से पैदा होगा। ऐसे में उन्हें हम मुस्लमानों से सीखना चाहिए।
"हिंदु शादी से पहले 2-3 बीवियां रखते हैं"
मौलाना बदरुद्दीन अजमल से जनसंख्या वृद्धि पर जब सावल किया गया तो उन्होंने जनसंख्या नियंत्रण के बजाय बढ़ाने की सलाह दे डाली। उन्होंने कहा, " मुसलमानों में लड़कियों की शादी 18 साल पर करने की इजाजत सरकार ने दी है जो कि कर दी जाती है। लेकिन हिंदुओं में लोग 40-40 साल तक शादी नहीं करते और शादी से पहले 2-3 गैरकानूनी तरीके से बीवियां रखते हैं और बच्चे होने नहीं देते हैं। सिर्फ इसलिए ताकि खर्चा बच सके। शादी से पहले खूब मजा उड़ाते हैं। उसके बाद जब 40 के होते हैं तो मां-बाप ने मजबूर किया या कहीं फंस गए तो शादी कर ली। फिर 40 साल के बाद बच्चा पैदा करने की ताकत कहां रहती है।
"हिंदुओं को भी मुसलमानों का फॉर्मूला अपनाना चाहिए"
इसके बाद मौलाना ने कहा "जब ये स्थिति रहेगी तो आप कैसे उम्मीद करते हैं कि हिंदुओं के यहां जनसंख्या बढ़ेगी। जो लोग समय से उर्वरक जमीन पर मिट्टी और दवा डालेंगे तो वहां से तो धान ही धान उगेगा। खेती अच्छी होगी, लहो-लहान होगी, तरक्की ही तरक्की होगी। इसके बाद मौलाना ने हिंदुओं को सलाह दिया कि उन्हें भी अपनाना चाहिए मुसलमानों के इस फॉर्मूले को। अपने लड़कों की 20-22 के उम्र में शादी कराओ, लड़कियों की 18-20 की उम्र में शादी कराओ फिर देखो आपके यहां भी कितने बच्चे पैदा होते हैं लेकिन 2 नंबर का धंधा मत करो।