Highlights
- विश्व के 29 देशों में सार्स-सीओवी-2 के ‘ओमीक्रोन’ स्वरूप के 373 मामले सामने आए- मांडविया
- जोखिम वाले देशों से आकर संक्रमित मिले 18 लोगों में ओमीक्रोन स्वरूप का पता लगाया जा रहा है: मांडविया
- केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने सभी राज्यों के साथ बैठक की और इसके बाद संशोधित पारमर्श जारी किया गया है
नयी दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि कोविड-19 के नये ‘ओमीक्रोन’ स्वरूप के संक्रमण के भारत में दो मामले सामने आए हैं तथा खतरे की श्रेणी वाले देशों (एट रिस्क) से आये 16 हजार यात्रियों की आरटी-पीसीआर जांच में 18 लोग कोरोना वायरस संक्रमित पाये गये हैं जिनके जीनोम अनुक्रमण से यह पता लगाया जा रहा है कि इनमें से कितने इस नये स्वरूप से संक्रमित हैं। मंत्री ने कहा कि केंद्र ने राज्य सरकार को सभी सावधानियां बरतने को कहा है तथा हवाई अड्डे सहित अन्य स्थानों पर संक्रमण की जांच के लिये सभी एजेंसियों एवं प्रदेश सरकारों के साथ समन्वय बनाकर काम किया जा रहा है।
संसद के शीतकालीन सत्र में लोकसभा में ‘कोविड-19 महामारी से उत्पन्न स्थिति’ पर गुरुवार को हुई चर्चा का शुक्रवार को जवाब देते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने कोविड-19 वायरस के नये स्वरूप का जिक्र किया और कहा कि दक्षिण अफ्रीका से दुबई होते हुए भारत आने वाले दो यात्री - 19 साल की एक लड़की और 67 साल के एक पुरुष बेंगलुरू हवाई अड्डे पर कोविड संक्रमित पाए गये। उन्होंने बताया कि 19 वर्षीय महिला में ओमीक्रोन वायरस की पुष्टि नहीं हुई जबकि बुजुर्ग के नमूने में ओमीक्रोन वायरस की पुष्टि हुई। मांडविया ने कहा कि बुजुर्ग के नमूने की जीनोम अनुक्रमण की रिपोर्ट आने से पहले उनकी दूसरी आरटी-पीसीआर रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी थी और वह दक्षिण अफ्रीका वापस लौट चुके थे तथा उनके संपर्क में आये लोगों में कोई संक्रमित नहीं मिला।
मांडविया ने बताया कि कोविड वायरस का एक नया वेरिएंट ओमिक्रोन सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में पिछले सप्ताह ही सामने आया है और 26 नवंबर को WHO ने इसे वेरिएंट ऑफ कंसर्न घोषित किया है, अबी तक की जानकारी के अनुसार यह वेरिएंय दुनिया के 29 देशों में फैला है और करीब 373 केस दर्ज हुए हैं, 25 नवंबर के दिन दक्षिण अफ्रीका ने इसकी घोषणा की और उसी दिन प्रधानमंत्री जी ने भारत सरकार के उच्च अधिकारियों के साथ इस वेरिएंट पर एक बैठक की, इसके बाद सेक्रेटरी हेल्थ ने सभी राज्यों के साथ बैठक करके रणनीति के महुत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए, 29 नवंबर को ट्रेवल एडवायजरी जारी की गई है जो पहली दिसंबर से लागू हो चुकी है।
मांडविया ने बताया कि बेंगलुरू के 46 साल के एक पुरुष की 22 नवंबर को हुई आरटी-पीसीआर जांच में संक्रमण का पता चला। उन्होंने कहा कि इनका जीनोम अनुक्रमण 28 नवंबर को हुआ जिसमें ओमीक्रोन स्वरूप का पता चला और इनके संपर्क में आए तीन परिवार के सदस्यों और 160 लोगों की जांच में पांच लोग संक्रमित मिले जिनके नमूनों का आगे जीनोम अनुक्रमण परीक्षण चल रहा है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इसके अलावा विभिन्न अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से भारत आने वाले लोगों की भी जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि खतरे की श्रेणी वाले देशों (एट रिस्क) से आये 16 हजार यात्रियों की आरटी-पीसीआर जांच में 18 लोग कोविड-19 संक्रमित आए गये हैं और यह पता लगाया जा रहा है कि इनमें से कितने नये स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ से संक्रमित हैं।
मांडविया ने कहा, ‘‘केंद्र ने राज्य सरकार को सभी सावधानियां बरतने को कहा है और उनके साथ समन्वय बनाकर काम किया जा रहा है। जोखिम भरे अंतरराष्ट्रीय स्थानों से आने वाले सभी यात्रियों की आरटी-पीसीआर जांच की जा रही है।’’ उन्होंने कहा कि अब तक विश्व के 29 देशों में सार्स-सीओवी-2 के ‘ओमीक्रोन’ स्वरूप के 373 मामले सामने आए हैं। मंत्री ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका ने 25 नवंबर को इस वायरस के नये स्वरूप का पहला मामला आने की घोषणा की थी और उसी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बैठक की। उन्होंने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने सभी राज्यों के साथ बैठक की और इसके बाद संशोधित पारमर्श जारी किया गया।
मांडविया ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका से भारत आने वाले 2 यात्री, पहली 16 नवंबर को 19 वर्षीय महिला और 20 नवंबर को 66 वर्षीय पुरुष बेंगलोर एयरपोर्ट पर आरटीपीसीआर टेस्ट में पॉजिटिव मिले थे, दक्षिण अफ्रीका ने जब ओमिक्रॉन की जानकारी दी और इनके सैंपल पहले से मौजूद थे तब 28 नवंबर को जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया, 19 साल की महिला का ओमिक्रोन सैंपल निगेटिव था, तथा 66 वर्षीय अफ्रीकी नागरिक का सैंपल पॉजिटिव मिला, 23 नवंबर को 66 वर्षीय अफ्रीकी नागरिक का फिर से आरटीपीसीआर टेस्ट हुआ था और उसमें वह निगेटिव पाया गया था और 27 नवंबर को वह वापस दक्षिण अफ्रीका लौट गया था। इस व्यक्ति के 12 प्राइमरी तथा 200 सेकेंडरी कॉन्ट्रेक्ट की टेस्टिंग हुई है और वे सभी निगेटिव पाए गए हैं, लेकिन फिलहाल निगरानी में हैं। वैसे ही बेंगलुरू के एक 46 वर्षीय पुरुष 22 नवंबर को कोविड पॉजिटिव पाए गए थे उनका सेंपल 26 नवंबर को जिनोम सीक्विंसिंग के लिए भेजा गया था, इस व्यक्ति के संपर्क में आए 3 परिवार के सदस्य और बाकी 160 लोगों की टेस्टिंग कराई गई है और उसमें 5 पॉजिटिव मिले हैं, इन सभी की जीनोम सीक्वेंसिंग चल रही है।