Highlights
- 'अमृत महोत्सव में हमें फिर देशभक्ति का जज्बा देखने को मिला'
- 'युवा अमृत सरोवर अभियान में बढ़-चढ़कर के हिस्सा लें'
- 'डिजिटल इंडिया ने सुविधाएं गांव-गांव तक पहुंचा दी'
Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मासिक मन की बात' कार्यक्रम के 92 वें एपिसोड में आज पीएम मोदी ने देशवासियों को संबोधित किया। इस एपिसोड में उन्होंने आजादी के अमृत महोत्सव और स्वतंत्रता दिवस से पहले चलाए गए हर-घर तिरंगा अभियान के सफल होने पर देश को बधाई दी। उन्होंने कहा कि, "अमृत महोत्सव और स्वतंत्रता दिवस के इस विशेष अवसर पर हमने देश की सामूहिक शक्ति के दर्शन किए हैं। एक चेतना की अनुभूति हुई है।"
'अमृत महोत्सव में हमें फिर देशभक्ति का जज्बा देखने को मिला'
पीएम ने कहा कि, "इतना बड़ा देश, इतनी विविधताएं, लेकिन जब बात तिरंगा फहराने की आई, तो हर कोई, एक ही भावना में बहता दिखाई दिया। तिरंगे के गौरव के प्रथम प्रहरी बनकर, लोग, खुद आगे आए।" उन्होंने कहा कि "हमने स्वच्छता अभियान और वैक्सीनेशन अभियान में भी देश की स्प्रिट को देखा था। अमृत महोत्सव में हमें फिर देशभक्ति का वैसा ही जज़्बा देखने को मिल रहा है।" पीएम मोदी ने बताया कि आजादी का अमृत महोत्सव अगले साल यानी अगस्त 2023 तक चलेगा।
'युवा अमृत सरोवर अभियान में बढ़-चढ़कर के हिस्सा लें'
अमृत सरोवर अभियान के बारे में जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि आज अमृत सरोवर का निर्माण एक जन-आंदोलन बन गया है। इस अभियान के तहत, कई जगहों पर, पुराने तालाबों का भी कायाकल्प किया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि, "अमृत सरोवर अभियान हमारी आज की अनेक समस्याओं का समाधान तो करता ही है, हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए भी उतना ही आवश्यक है।" पीएम मोदी ने अपील करते हुए कहा कि, "आप सभी से और खास कर मेरे युवा साथियों से आग्रह है कि आप अमृत सरोवर अभियान में बढ़-चढ़कर के हिस्सा लें और जल संचय और जलसंरक्षण के इन प्रयासों को पूरी की पूरी ताकत दें, उसको आगे बढ़ायें।"
'कुपोषण के खिलाफ अभियान'
इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुपोषण का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इस साल सितंबर का महीना त्योहारों के साथ-साथ पोषण से जुड़े अभियान को समर्पित है। पीएम ने कहा कि, हम हर साल 1 से 30 सितम्बर के बीच पोषण माह मनाते हैं। कुपोषण के खिलाफ पूरे देश में अनेक क्रिएटिव अभियान चलाए जा रहे हैं, जिससे लोगों को कुपोषण के खिलाफ जागरूक किया जा सके। इसके साथ ही तकनीक का बेहतर इस्तेमाल और जन-भागीदारी भी, पोषण अभियान का महत्वपूर्ण हिस्सा बना है।"
'डिजिटल इंडिया ने सुविधाएं गांव-गांव तक पहुंचा दी'
भारत सरकार के डिजिटल इंडिया अभियान के बारे में चर्चा करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि, "जो सुविधाएं कभी सिर्फ बड़े शहरों में होती थी, वो डिजिटल इंडिया ने गाँव–गाँव में पहुंचा दी हैं। इस वजह से देश में नए Digital Entrepreneur पैदा हो रहे हैं। अरुणाचल और नार्थ ईस्ट के दूर-सुदूर इलाकों में 4G के तौर पर एक नया सूर्योदय हुआ है, इंटरनेट यहां एक नया सवेरा लेकर आया है।
'पहाड़ से हम बहुत कुछ सीख सकते हैं'
पीएम मोदी ने मन बात के संबोधन में कहा कि, "पहाड़ों पर रहने वाले लोगों के जीवन से हम बहुत कुछ सीख सकते हैं। पहाड़ों की जीवनशैली और संस्कृति से हमें पहला पाठ तो यही मिलता है कि हम परिस्थितियों के दबाव में ना आएं तो आसानी से उन पर विजय भी प्राप्त कर सकते हैं, और दूसरा, हम कैसे स्थानीय संसाधनों से आत्मनिर्भर बन सकते हैं।"