Highlights
- सीबीआई ने 17 अगस्त को मामले में FIR दर्ज की थी।
- केंद्रीय एजेंसी ने शुक्रवार को कई जगह छापेमारी की थी।
- FIR में सिसोदिया को ‘आरोपी नंबर 1’ बनाया गया है।
Manish Sisodia News: सीबीआई ने दिल्ली में एक्साइज पॉलिसी के क्रियान्वयन में कथित भ्रष्टाचार के मामले में कई आरोपियों को शनिवार को समन भेज पूछताछ के लिए तलब किया। अधिकारियों ने इस बारे में जानकारी देते हुए शनिवार को बताया कि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के आवास सहित 31 स्थानों पर की गई छापेमारी के दौरान जब्त दस्तावेजों की एजेंसी जांच कर रही है। उन्होंने बताया कि दस्तावेजों और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के साथ-साथ बैंक लेनदेन की जांच एक बार पूरी होने के बाद अन्य आरोपियों को भी समन भेजे जाएंगे।
सिसोदिया के आवास पर सीबीआई ने मारा था छापा
विशेष अदालत के समक्ष बुधवार को सीबीआई द्वारा दायर FIR की कॉपी वित्तीय मामलों की जांच एजेंसी ED को भी साझा की जा रही है जो मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की जांच करेगी। बता दें कि सीबीआई ने शुक्रवार को सिसोदिया के आवास के साथ-साथ कुछ नौकरशाहों व कारोबारियों के ठिकानों सहित 31 स्थानों पर छापेमारी की कार्रवाई की थी। आम आदमी पार्टी (AAP) ने छापेमारी की निंदा की। पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दावा किया कि एजेंसी को उनकी पार्टी के नेताओं को प्रताड़ित करने के लिए ‘ऊपर से निर्देश’ दिए गए हैं।
करीब 15 घंटे तक चला था CBI का तलाशी अभियान
वहीं, बीजेपी ने दिल्ली सरकार को आबकारी नीति पर पाक साफ होने की चुनौती दी। सीबीआई द्वारा करोड़ों रुपये के दो भुगतानों की जांच की जा रही है जो कथित तौर पर सिसोदिया के ‘करीबी सहयोगियों’ को इंडोस्प्रिट्स के मालिक समीर महेंद्रू द्वारा किये गए। महेंद्रू शराब करोबारी है और वह उन शराब कारोबारियों में से एक है जो आबकारी नीति बनाने और लागू करने में हुई कथित अनियमितताओं में सक्रिय रूप से संलिप्त थे। बता दें कि शु्क्रवार का तलाशी अभियान करीब 15 घंटे तक चला और सीबीआई की टीम देर रात करीब 11 बजे सिसोदिया के घर से गई।
सीबीआई के रडार पर कई कारोबारी और नौकरशाह
केंद्रीय एजेंसी ने FIR में आरोप लगाया है कि सिसोदिया के कथित ‘करीबी सहयोगी’ व गुरुग्राम स्थित बडी रिटेल प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक अमित अरोड़ा, दिनेश अरोड़ा और अर्जुन पांडे ‘शराब लाइसेंसधारियों से अवैध रूप से मिले पैसे को मैनेज करने और उसे आरोपी नौकरशाहों तक पहुंचाने में सक्रिय रूप से संलिप्त थे।’ अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने AAP नेता सिसोदिया, भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी व पूर्व आबकारी आयुक्त आरव गोपी कृष्ण के आवास के साथ-साथ 29 अन्य स्थानों की तलाशी ली।
17 अगस्त को दर्ज FIR में ‘आरोपी नं 1’ हैं सिसोदिया
अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय एजेंसी ने यह कार्रवाई पिछले साल नवंबर में आबकारी नीति बनाने और लागू करने में कथित भ्रष्टाचार एवं रिश्वतखोरी के आरोपों के सिलसिले में FIR दर्ज करने के बाद की। दिल्ली के उप राज्यपाल वीके सक्सेना द्वारा मामले की जांच सीबीआई से कराने की अनुशंसा के बाद यह नीति इस साल जुलाई में वापस ले ली गई थी। सीबीआई ने 17 अगस्त को FIR दर्ज की थी और इसमें मनीष सिसोदिया को आरोपी नंबर एक बनाया गया था।