इंफाल: मणिपुर में हिंसा की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। थौबल जिले में भीड़ ने इंडियन रिजर्व बटालियन (आईआरबी) के एक जवान के मकान में आग लगा दी, क्योंकि उन्होंने शस्त्रागार से हथियार लूटने के दंगाइयों की कोशिशों को विफल कर दिया था। यह घटना मंगलवार रात को सामाराम में हुई। इससे पहले 700-800 लोगों की भीड़ ने चार किलोमीटर दूर वांगबल में आईआरबी के शिविर से हथियार लूटने की कोशिश की थी, जिसके परिणामस्वरूप सुरक्षा बलों के साथ हुई झड़प में 27 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। मृतक की पहचान रोनाल्डो के रूप में की गई है।
हथियार भंडार लूटने की कोशिश को विफल किया
सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि जवान ने अपना कर्तव्य बखूबी निभाया और दंगाइयों को पुलिस हथियार भंडार लूटने नहीं दिया। उन्होंने बताया कि जवान शस्त्रागार की सुरक्षा करने वाली आईआरबी इकाई का हिस्सा था। अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बलों ने मंगलवार को स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की और पहले आंसू गैस के गोलों एवं रबड़ की गोलियों का इस्तेमाल किया, लेकिन हथियारबंद भीड़ ने गोलीबारी शुरू कर दी जिसके बाद जवाबी कार्रवाई की गई।
असम राइफल्स की टीम पर हमला
उन्होंने बताया कि भीड़ ने शिविर तक आने वाली सड़कों को भी कई स्थानों पर बाधित कर दिया था, ताकि अतिरिक्त बलों को पहुंचने से रोका जा सके, लेकिन बल शिविर तक पहुंच गए। अधिकारियों ने बताया कि भीड़ ने शिविर आ रहे असम राइफल्स के एक दल पर भी हमला किया। उन्होंने बताया कि उन्होंने असम राइफल्स के कर्मियों पर गोलीबारी की और उनके वाहन को आग लगा दी, जिसमें एक जवान घायल हो गया। उन्होंने बताया कि जवान के पैर में गोली लगी है।
झड़प में एक शख्स की मौत
अधिकारियों ने बताया कि झड़प में रोनाल्डो नाम के व्यक्ति की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि उसे पहले थौबल जिला अस्पताल ले जाया गया और बाद में उसकी नाजुक स्थिति को देखते हुए उसे इंफाल स्थित अस्पताल रेफर कर दिया गया, लेकिन इंफाल ले जाते समय रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि झड़प में 10 अन्य लोग भी घायल हुए हैं, जिनमें से गंभीर रूप से घायल छह लोगों को इंफाल के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। (भाषा)