Highlights
- मणिपुर भूस्खलन में 42 की हो चुकी है मौत
- अब भी असम के 12 लोग हैं लापता
- अब तक 18 लोगों को बचाया गया जिंदा
Manipur Landslide: मणिपुर भूस्खलन में मरने वाले असम के निवासियों की संख्या बढ़कर 9 हो गई है, जबकि 12 लोग अब भी लापता हैं। असम सरकार ने मणिपुर के नोनी जिले में तुपुल रेलवे यार्ड निर्माण स्थल पर मौजूद असम के 26 लोगों की सूची बनाई है। 29 जून को निर्माण स्थल पर भूस्खलन हुआ था। अब तक 42 लोगों के मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 20 लोग अब भी लापता हैं और घटनास्थल से 18 लोगों को जिंदा निकाल लिया गया था।
कैबिनेट मंत्री सर्च और रेसक्यू अभियान की कर रहे निगरानी
असम सरकार के कैबिनेट मंत्री पीजूष हजारिका ने मणिपुर से लौटने के बाद पत्रकारों को बताया, ‘‘हमारे पास राज्य के उन 26 लोगों की सूची है, जो उस वक्त स्थल पर मौजूद थे। उनमें से एक सेना का जवान और एक रेलवे इंजीनियर था, जबकि शेष निर्माण कंपनी के कर्मचारी थे।” असम के कैबिनेट मंत्री सर्च एंड रेसक्यू अभियान की निगरानी करने के लिए शनिवार से मणिपुर में डेरा डाले हुए थे।
असम के 5 कर्मी लौटे अपने घर
इस बीच, घटना में बचाए गए असम के 5 कर्मी आज सुबह मंत्री के साथ असम लौट आए और उन्हें प्रशासन मोरीगांव जिले में उनके घर भेजा रहा है। हजारिका ने कहा कि मलबे से रविवार को निकाले गए मजदूर के शव को अभी राज्य वापस नहीं लाया जा सका, जबकि घटना में जान गंवाने वाले अन्य लोगों के शव उनके घर पहुंच चुके हैं और उनका अंतिम संस्कार किया जा चुका है। मंत्री ने आगे कहा, “हमारी जानकारी के मुताबिक, अब तक राज्य के 12 लोग लापता हैं। दुर्घटनास्थल पर खोज एवं बचाव अभियान में विभिन्न एजेंसियों की टीमें लगी हैं।”
वहीं, मोरीगांव के उपायुक्त पीआर घरफलिया ने बताया कि जिले के 6 मृतकों के शव कुशतोली पहुंच चुके हैं। वे इसी इलाके के रहने वाले थे। उन्होंने कहा, “आज सुबह दो शव पहुंचे और कुछ देर बाद ही उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। रविवार को 4 शव आए थे और शाम में उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।”