अनंतपुर इस्कॉन गोशाला विवादों में आ गया है। मेनका गांधी के एक बयान का वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में मेनका गांधी कहती दिख रही हैं कि इंस्कॉन अपनी गोशाला की गायों को कसाइयों को बेचता है। भारत में इस समय सबसे बड़ा धोखेबाज संस्थान इस्कॉन है। उन्हें गोशालाएं चलाने के कई फायदे मिलते हैं। अपने इंटरव्यू में मेनका गांधी कहती हैं कि इसके लिए उन्हें सरकार व प्रशासन की तरफ से जमीन मुहैया कराई जाती है और जो गाय दूध नहीं देती है उन्हें वे कसाइयों को बेच देते हैं। उन्होंने इस्कॉन पर आरोप लगाते हुए कहा कि इनकी गोशाला में एक भी बूढ़ी गाय नहीं है।
इस्कॉन पर मेनका गांधी ने लगाए संगीन आरोप
दरअसल मामले की शुरुआत तब होती है जब नवंबर 2022 में एक संगीता नाम की महिला एक घायल विदेशी बछड़े को अनंतफुर इस्कॉन गोशाला में छोड़कर जाती है। घायल बछड़ा संक्रामक रोक से ग्रसित था, इसलिए गोशाला की तरफ से 15 दिनों तक बछड़े का इलाज किया गया। जब बछड़ा ठीक हो गया तो महिला को उसे ले जाने के लिए कहा गया, लेकिन महिला वहां नहीं गई। लेकिन एक बछड़ा वहां से गायब हो गया। जिसके बाद महिला ने गोशाला पर आरोप लगाया कि बछड़े को कसाईखाने में बेच दिया गया है। इस मामले की शिकायत संगीता ने पुलिस में की, जिसकी जांच के बाद पुलिस ने गोशाला को क्लीनचिट दे दिया। इसी कड़ी में महिला ने केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी को पत्र लिखा। मेनका गांधी ने इस बाबत अनंतपुर इस्कॉन के अध्यक्ष दामोदर गौरंग दास से बात कर मामले की पूछताछ की।
इस्कॉन गोशाला ने मेनका गांधी को दिया जवाब
गोशाला द्वारा ईमेल के जरिए मेनका गांधी के सबी आरोपों का जवाब दिया गया। गोशाला ने बताया कि हमारे यहां गायों को बांधकर नहीं रखा जाता। संगीता द्वारा लाया गया बछड़ा भी नहीं बांधा गया था, इसलिए वो भाग गया था। इस मामले पर मेनका गांधी का हवाला देते हुए इस्कॉन हेडक्वार्टर ने गोशाला से सफाई मांगी। गोशाला द्वारा सभी आरोपों का जवाब दिया गया। इसके बाद जुलाई 2022 में मेनका गांधी दोबारा संगीन आरोप लगाते हुए गोशाला को मेल भेजती हैं। इसके बाद एक इंटरव्यू में उन्होंने इस्कॉन का नाम लेते हुए गंभीर आरोप लगाती हैं।
इस्कॉन गोशाला की प्रतिक्रिया
इस्कॉन की तरफ से मेनका गांधी के आरोपों पर जवाब देते हुए बताया गया है कि मेनका गांधी कभी गोशाला में नहीं आई हैँ। इस बात को स्थानीय और जनप्रतिनिधियों द्वारा उन्हें बताया गया है। अनंतपुर इस्कॉन गोशाला में कुल 18 दुधारू गाय हैं। वहीं 75 बछड़े, 72 बैल और सांड, 247 सूखी या बुजुर्ग गाय यहां मौजूद हैं।