ओडिशा के नबरंगपुर जिले के झरीगांव ब्लॉक के तेंतुलिगांव की एक शादीशुदा महिला को किडनैप कर महाराष्ट्र ले जाने और वहां शारीरिक और मानसिक शोषण करने का मामला सामने आया है। आरोप है कि महिला को जबरदस्ती कई लोगों के साथ संबंध बनाने के लिए मजबूर किया गया। 14 दिनों तक महिला को घर में बंदी बनाकर रखा गया।
गांव के ही एक शख्स वासुदेव कलार ने महिला का जबरदस्ती अपहरण कर लिया। पहले महिला को रायपुर, फिर महाराष्ट्र के नागपुर से करीब 170 किलोमीटर दूर गंगापुर गांव ले जाया गया। वहां एक घर में बंद कर उसे शारीरिक संबंध बनाने और मानसिक शोषण झेलने पर मजबूर किया गया।
पति को फोन कर बताई पूरी घटना
महिला को घर में कैद रखा गया था, लेकिन उसने खिड़की से सुनी गई बातचीत से पता लगाया कि उसे बेचने की तैयारी की जा रही है। यह सुनकर महिला ने जैसे-तैसे घर के पीछे की दीवार फांदी और 5 किलोमीटर दूर राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक ढाबे तक पहुंची। वहां उसने अपने पति को फोन कर पूरी घटना की जानकारी दी।
अपहरण और दुष्कर्म का मामला दर्ज
महिला के पति ने तुरंत मातृआश्रय आश्रम की अध्यक्ष कादंबिनी त्रिपाठी से संपर्क किया। कादंबिनी के नेतृत्व में चार लोगों की एक टीम ने पुलिस के सहयोग से महाराष्ट्र पहुंचकर महिला को रिहा कराया। रिहाई के बाद महिला ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उसने आरोपी वासुदेव कलार के खिलाफ अपहरण और दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया।
महिला तस्करी रैकेट को रोकने की मांग
मामले को लेकर मातृआश्रय आश्रम की अध्यक्ष कादंबिनी त्रिपाठी ने आरोपी की तुरंत गिरफ्तारी और इस घटना के पीछे सक्रिय महिला तस्करी रैकेट को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की मांग की है। महिला की आपबीती ने एक बार फिर समाज में महिलाओं की सुरक्षा और तस्करी के बढ़ते खतरे पर सवाल खड़े कर दिए हैं। (रिपोर्ट- शुभम कुमार)
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