जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी इंडिया टीवी के 'आप की अदालत' कार्यक्रम में शामिल हुए। मौलाना महमूद मदनी जमीयत उलमा हिंद हलाल ट्रस्ट के प्रमुख भी हैं। महमूद मदनी से इंडिया टीवी के चेयरमैन और एडिटर इन चीफ रजत शर्मा ने धारदार सवाल किए।
उड़ाया जा रहा है मजाक
मौलाना मदनी से हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्ट्स को लेकर चल रहे विवाद पर भी सवाल किया गया। इस पर उन्होंने कहा, 'हमसे अगर आज कह देंगे, तो हम आज, अभी बंद कर देंगे। कमाई नहीं है इसमें, ऊपर से बड़ी बेइज्जती हो रही है। मजाक उड़ाया जा रहा है।
सरकारी विभाग की सलाह से बनाया गया सर्टिफिकेशन
मौलाना मदनी ने बताया, 'हलाल सर्टिफिकेशन सिस्टम Food Procession Ministry, सरकारी विभागों और 50 से ज्यादा आयात करने वाले देशों के सर्टिफिकेट बॉडीज (Certification Bodies) के सहयोग (Collaboration) और मशवरे से डेवलप किया गया। ये हमारी हलाल की शर्तें नहीं हैं।'
हलाल सर्टिफिकेशन बंद करने में कोई दिक्कत नहीं - मदनी
मदनी ने कहा, 'शर्त है आयात करने वाले मुल्कों की। आप एक्सपोर्ट भी करने चाहते हो, और पेट में दर्द भी है। ये दोनों चीजें नहीं हो सकती। हलाल सर्टिफिकेशन बंद करने में मुझे कोई दिक्कत नहीं है। ये संगठन हमने नहीं खड़ी किया है? ये संगठन हमसे खुशामद करके खड़ा किया गया। क्योंकि आयात करने वाले मुल्कों की तरफ से शिकायत थी। उनकी मांग थी कि इस हलाल प्रमाणीकरण प्रक्रिया (Certfication Process) से गुजरें। उनके क्वालिटी कंट्रोल में ये भी एक जरूरत है। ऐसे पचासों आयात करने वाले देश (Importing Countries) की request होती हैं, जिन्हें सरकारी विभागों को पूरी करनी होती हैं। तब हमारे पास आए। हम तो उनकी मदद कर रहे हैं।'
दो दिन तक हुई पूछताछ
हलाल सर्टिफिकेशन के बारे में उन्होंने कहा कि यूपी एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने उनसे पूछताछ की थी। उन्होंने कहा, 'मुझसे दो दिन तक, फिर और दो दिन तक पूछताछ की गई। मुझे भी सुप्रीम कोर्ट से छूट मिली थी, लेकिन मैं पूछताछ के लिए गया।'
टूथपेस्ट और पानी को करना होता है सर्टिफाइड
मौलाना मदनी ने कहा, 'हर टूथपेस्ट, पानी को हलाल सर्टिफाइड करना होता है, क्योंकि ये देखना होता है कि टूथपेस्ट में कहीं-कहीं जिलेटिन जो जानवरों की हड्डियों से बनता है। उसमें ये मिला है कि नहीं, या चर्बी मिली है कि नहीं, हमें देखना होता है कि पानी का सोर्स नापाक तो नहीं है।'