Mahashivratri 2023: भारत में बैंकों में होने वाली छुट्टियों से आम जनता सीधे तौर पर प्रभावित होती है। दरअसल, बैंक हमारी जिंदगी से इस कदर जुड़े हैं कि रोजमर्रा की गतिविधियों में इन्हें शामिल किए बिना हमारा काम नहीं चल सकता। पूरे देश में बैंक सार्वजनिक छुट्टियों के दौरान बंद ही रहते हैं, जबकि कुछ राज्य विशेष अवकाश भी होते हैं जब बैंकों में कामकाज नहीं होता। 18 फरवरी को शिवरात्रि का त्योहार है ऐसे में यह जानना जरूरी हो जाता है कि इस दिन आपके शहर में बैंक खुले रहेंगे या बंद होंगे।
राज्य केंद्रित हैं महाशिवरात्रि की छुट्टियां
आपको बता दें कि गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस और गांधी जयंती जैसे सरकारी छुट्टियों पर देश भर में बैंक बंद रहते हैं, जबकि महाशिवरात्रि जैसे त्योहारों पर बैंकों की छुट्टियां राज्य केंद्रित होती हैं। यानी कि महाशिवरात्रि पर पूरे देश के नहीं बल्कि कुछ राज्यों में बैंक बंद रहेंगे। बता दें कि महाशिवरात्रि का त्योहार उत्तराखंड, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, बिहार, कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश और तेलंगाना जैसे राज्यो में विशेष तौर पर मनाया जाता है।
महाशिवरात्रि को कहां बंद रहेंगे बैंक, कहां नहीं
हमने आपको बताया कि देश के किन राज्यों में महाशिवरात्रि का त्योहार ज्यादा धूमधाम से मनाया जाता है। ऐसे में जाहिर है कि इन राज्यों के शहरों में महाशिवरात्रि के अवसर पर बैंक बंद रहेंगे। 18 फरवरी को महाशिवरात्रि के कारण तिरुवनंतपुरम, श्रीनगर, शिमला, रांची, रायपुर, नागपुर, कानपुर, लखनऊ, कोची, वाराणसी, गाजियाबाद, मेरठ, जम्मू, हैदराबाद, देहरादून, भूवनेश्वर, भोपाल, ग्वालियर, इंदौर और बेंगलुरु सहित अन्य जगहों पर बैंक बंद रहेंगे। वहीं, त्रिपुरा, मिजोरम, चंडीगढ़, तमिलनाडु, सिक्किम, असम, मणिपुर, राजस्थान, बंगाल, दिल्ली, गोवा, बिहार और मेघालय में बैंक बंद नहीं रहेंगे।
कब मनाया जाता है महाशिवरात्रि का त्योहार?
महाशिवरात्रि हिंदुओं का एक प्रमुख त्यौहार है और यह भगवान शिव का प्रमुख पर्व है। माघ फागुन कृष्ण पक्ष चतुर्दशी को महाशिवरात्रि पर्व मनाया जाता है जो कि आमतौर पर फरवरी या मार्च में पड़ता है। माना जाता है कि सृष्टि का प्रारम्भ इसी दिन से हुआ। इसी दिन भगवान शिव का विवाह देवी पार्वती के साथ हुआ था। महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव व पत्नी पार्वती की पूजा होती हैं। कश्मीर शैव मत में इस त्यौहार को हर-रात्रि और बोलचाल में 'हेराथ' या 'हेरथ' भी कहा जाता है।