मुंबई: मंत्रालय भवन के अंदर किसान अपनी जमीन के लिए उचित मुआवजे की मांग करते हुए महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान कई किसान इमारत की पहली मंजिल पर लगाए गए सुरक्षात्मक जाल पर कूद गए। जिसके बाद मौके पर हड़कंप मच गया। हालांकि पुलिस अपनी कार्रवाई कर रही है। राज्य मंत्री दादाजी भुसे मंत्रालय भवन के अंदर प्रदर्शनकारी किसानों से बात कर रहे हैं। कुछ किसानों को हिरासत में लेकर मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन भेज दिया गया है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल अपर वर्धा के किसानों ने आज मंत्रालय में आकर विरोध प्रदर्शन किया है, इसी दौरान किसानों ने सुरक्षा जाली पर छलांग लगा दी। इसके बाद पुलिस ने सभी को जाली से नीचे उतारा। इस मामले पर एनसीपी नेता रोहित पवार ने बताया कि इस तरह से किसी को भी प्रदर्शन नहीं करना चाहिए और अगर ऐसा हुआ है तो जरूर कुछ बड़ी बात होगी। उन्हें बैठकर इसका हल निकालना चाहिए। सरकार ने अगर उनकी आवाज सुनी होती और उसका हल निकाला होता तो यह नहीं होता।
मंत्रालय में किसानों का आंदोलन
बता दें कि पिछले 103 दिनों से किसान आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन सरकार ने कोई हल नहीं निकाला है। इसी वजह से सरकार को जगाने के लिए इस तरह से मंत्रालय में आत्महत्या की कोशिश की गई और सुरक्षा जाली पर छलांग लगाई गई। किसानों को शासन के पास से व्यास के साथ हर्जाना मिलना चाहिए। उनका कहना है कि उन्हें हर्जाना नहीं मिला है और उनके प्रदर्शन करने के समय किसी भी मंत्री या नेता ने उनसे मुलाकात नहीं की।
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