Highlights
- 22 जून से गुवाहाटी के होटल में डेरा डाले हुए थे शिवसेना के बागी विधायक
- विधायक, उनके सहयोगी और परिवार के कुछ सदस्य तीन बसों में होटल से निकले
- तीनों बसें भारी सुरक्षा घेरे में करीब 15 किमी दूर स्थित एयरपोर्ट की ओर निकलीं
Maharashtra Crisis: शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में महाराष्ट्र के विधायक बुधवार शाम गुवाहाटी के होटल से बाहर निकले और एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गए। रवानगी करीब दो घंटे विलंबित करने के बाद असंतुष्ट विधायकों ने गोवा के लिए रवाना होने का फैसला किया, जहां से वे गुरुवार को शक्ति परीक्षण के लिए मुंबई जाएंगे। उन्होंने कहा कि यात्रा कार्यक्रम सुप्रीम कोर्ट की कार्यवाही पर भी निर्भर है जो चल रही है।
22 जून से गुवाहाटी में डेरा डाले हुए थे बागी विधायक
विधायक, उनके सहयोगी और परिवार के कुछ सदस्य असम राज्य परिवहन निगम की तीन वातानुकूलित बसों में रेडिसन ब्लू होटल से निकले। तीनों बसें भारी सुरक्षा घेरे में करीब 15 किलोमीटर दूर स्थित एयरपोर्ट की ओर निकलीं। बसों के साथ कई एस्कॉर्ट वाहन भी थे। अधिकारियों ने बताया कि गुवाहाटी हवाईअड्डे पर सुबह से ही सैकड़ों पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि विधायकों को गोवा ले जाने के लिए एक चार्टर्ड विमान पहले ही एयरपोर्ट पर पहुंच चुका है। विधायकों ने पहले अपराह्न करीब तीन बजे गुवाहाटी से निकलने की योजना बनाई थी। महाराष्ट्र में महाविकास आघाड़ी (MVA) सरकार को परोक्ष तौर पर गिराने के प्रयास में शिवसेना के असंतुष्ट विधायक कुछ निर्दलीय विधायकों के साथ 22 जून से मुंबई से लगभग 2,700 किलोमीटर दूर गुवाहाटी में डेरा डाले हुए थे।
'अगर ठाकरे, NCP-कांग्रेस से नाता नहीं तोड़ेंगे तो शिवसेना के बागी गुट का साथ देंगे'
महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक संकट के बीच पुणे जिले से शिवसेना के पूर्व विधायक विजय शिवतारे ने बुधवार को धमकी दी कि अगर पार्टी अध्यक्ष व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे NCP और कांग्रेस से नाता नहीं तोड़ेंगे तो उनके पास एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले बागी गुट का समर्थन करने के अलावा ‘‘कोई विकल्प नहीं होगा।’’ विजय शिवतारे ने दावा किया कि उन्होंने ठाकरे को पत्र लिखे जिसमें कथित तौर पर उनके निर्वाचन क्षेत्र से कई विकास परियोजना को या तो स्थानांतरित करने या एनसीपी द्वारा बाधित किए जाने की जानकारी दी गई, लेकिन उनकी शिकायतों पर मुख्यमंत्री ने ध्यान नहीं दिया।
फडणवीस सरकार में मंत्री थे शिवतारे
गौरतलब है कि मौजूदा समय में महाराष्ट्र में MVA की सरकार है जिसमें शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस के साथ सत्ता साझा कर रही है। शिवतारे ने पुरंदर निर्वाचन क्षेत्र का दो बार विधानसभा में प्रतिनिधित्व किया था और देवेंद्र फडणवीस सरकार में मंत्री भी थे। उन्हें वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के संजय जगताप से हार का सामना करना पड़ा था। शिवतारे ने कहा, ‘‘हम एमवीए में पिछले ढाई साल से हैं। हमारी पार्टी का मुख्यमंत्री होने के बावजूद पुरंदर में प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को सुपे (करीब 40 किलोमीटर दूर बारामती) स्थानांतरित कर दिया गया। मुख्यमंत्री ठाकरे इस परियोजना के बारे में जानते थे। मेरी उनसे इस विषय पर विस्तृत चर्चा हुई थी। अगर राकांपा नेता टर्मिनल को स्थानांतरित करने का प्रस्ताव दे रहे थे तो कम से कम मुझसे परामर्श लेना चाहिए था, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।’’