Highlights
- महाराष्ट्र सरकार ने आगामी त्योहारों के चलते गुरुवार को नए निर्देश जारी किए
- 24-25 दिसंबर की मध्यरात्रि में चर्च जाने वाले लोगों को 50 प्रतिशत क्षमता तक ही अनुमति होगी
- सैनिटाइजेशन, फेस मास्क, फिजिकल डिस्टेंसिंग अनिवार्य होगी
नई दिल्ली: महाराष्ट्र में कोविड-19 मामलों की बढ़ती संख्या और 65 ओमिक्रॉन संक्रमितों के बीच महाराष्ट्र सरकार ने आगामी त्योहारों के चलते गुरुवार को नए निर्देश जारी किए। सरकार ने सभी कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए और धार्मिक स्थलों के अंदर और बाहर दोनों जगह भीड़ से बचते हुए क्रिसमस के दौरान साधारण समारोह करने की इजाजत दी है।
24-25 दिसंबर की मध्यरात्रि में चर्च जाने वाले लोगों को 50 प्रतिशत क्षमता तक ही अनुमति होगी, जिसमें सैनिटाइजेशन, फेस मास्क, फिजिकल डिस्टेंसिंग अनिवार्य होगी।
समारोह के दौरान गायक मंडली को पर्याप्त दूरी बनाए रखने के साथ ही अलग-अलग माइक प्रयोग करने की सलाह दी गई है। जबकि स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए चर्चो के बाहर किसी भी स्टाल और दुकानों की अनुमति नहीं होगी।
बड़ी भीड़ को आकर्षित करने वाले किसी भी बड़े समारोह, जुलूस, रैलियों, आतिशबाजी या अन्य कार्यक्रमों को कहीं भी अनुमति नहीं दी जाएगी और सभी से स्थानीय नागरिक निकायों या जिला अधिकारियों द्वारा दिए गए मानदंडों का पालन करने की अपेक्षा की गई है।
बुधवार को महाराष्ट्र में 1,201 ताजा कोविड-19 मामलों के सामने आने के बाद संक्रमण में अचानक उछाल देखा गया। राज्य में लगभग पांच सप्ताह बाद एक हजार से अधिक मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही, मुंबई में भी दैनिक तौर पर संक्रमण में वृद्धि दर्ज की गई है। आने वाले हफ्तों में उत्पन्न होने वाली किसी भी स्वास्थ्य चुनौतियों से निपटने के लिए बृहन्मुंबई नगर निगम के साथ ही स्थानीय प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है।
वहीं कोरोना के बढ़ रहे प्रसार को देखते हुए यूपी में नए वेरिएंट ओमिक्रॉन पर नियंत्रण रखने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सजगता व सतर्कता का निर्देश दिया है। इतना ही नहीं क्रिसमस व नव वर्ष की भीड़ को भी नियंत्रण में रखने का निर्देश दिया है। क्रिसमस और नए साल के जश्न में आयोजित होने वाली पार्टियों में कोविड प्रोटोकाल, सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क अनिवार्य होगा। कोरोना के डेल्टा व ओमिक्रॉन वैरिएंट को ध्यान में रखते हुए प्रदेश के सभी डीएम को अलर्ट जारी किया जा चुका है।
यूपी की सीमाओं पर सुरक्षा और सतर्कता के दायरे को बढ़ाते हुए प्रदेश में आने वाले हर यात्री की जांच पर जोर दिया जा रहा है। वहीं, प्रदेशवासियों को नए वायरस के प्रकोप से बचाने के लिए तेजी से टीकाकरण किया जा रहा है। ऐसे में प्रदेश में स्वास्थ्य विशेषज्ञों की टीम के सुझावों को ध्यान में रखते हुए सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों में नई गाइडलाइन के तहत सभी इंतजामों को पुख्ता करने के निर्देश दिए गए हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार कोरोना संक्रमण के नए वैरिएंट के विरूद्ध टीकाकरण एक महत्वपूर्ण हथियार है। ऐसे में प्रदेश सरकार प्रदेशवासियों को जल्द से जल्द टीका कवच देने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए यूपी में टीकाकरण की रफ्तार को बढ़ाने पर सरकार जोर दे रही है। प्रदेश सरकार के प्रयासों के सफल परिणाम देखने को मिल रहे हैं। दूसरे प्रदेशों की तुलना में अब तक 19 करोड़ से अधिक टीकाकरण कर यूपी सर्वाधिक टीकाकरण करने में देश में पहले पायदान पर है। यूपी में 19 करोड़ से अधिक लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है। वहीं तेलागंना में 4 करोड़ से अधिक, राजस्थान में 7 करोड़ से अधिक, महाराष्ट्र में 12 करोड़ से अधिक, असम में 3 करोड़ से अधिक और दिल्ली में 2 करोड़ से अधिक ही टीकाकरण हो पाया है।