अयोध्या: फिल्ममेकर ओम राउत के द्वारा निर्मित फिल्म आदिपुरुष इन दिनों खूब चर्चा में बनी हुई है। फिल्म के कुछ संवादों को लेकर जबरदस्त विवाद हो रहा है। लोग सोशल मीडिया से लेकर सड़कों पर अपना विरोध जता रहे हैं। जिसके बाद संवाद लेखक मनोज मनोज मुन्ताशिर ने कहा कि जल्द ही पिक्चर में इन्हें बदला जाएगा। इस बीच फिल्म के समर्थन में हनुमानगढ़ी के महंत राजूदास का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि इस फिल्म का विरोध केवल टुकड़े-टुकड़े और देशविरोधी गैंग कर रही हैं।
'पहले फिल्मों में दिखाई जाती थी भगवान की गलत छवि'
उन्होंने कहा कि पहले की पिक्चरों में दिखाया जाता था कि भगवान शिव, कृष्ण और राम को पोस्टर लगाकर ढूंढा जा रहा है लेकिन तब भी वह नहीं मिल रहे। काली मां को सिगरेट पीता हुआ दिखाया जाता था। इन पिक्चरों से वामपंथी, टुकड़े-टुकड़े और देशविरोधी गैंग को कोई दिक्कत नहीं होती थी लेकिन आज इनको आदिपुरुष पिक्चर से दिक्कत हो गई है और इसका विरोध कर रहे हैं, जोकि सरासर गलत है।
'रामायण को काल्पनिक बताने वाले कब मांगेंगे माफ़ी?'
उन्होंने कहा कि हो सकता है कि फिल्म के कुछ संवाद गलत हों लेकिन उन्हें बदलने की बात मनोज मुन्ताशिर ने कही है और उन्हें बदल भी लिया जाएगा। राजू दास ने कहा कि यह तो केवल एक पिक्चर है लेकिन वह लोग देश और हिन्दुओं से कब माफ़ी मांगेंगे जो रामायण को जलाने की बात कहते थे, जो रामचरितमानस पर प्रतिबंध लगाने की बात करते थे। वह लोग कब माफ़ी मांगेंगे जो संतों को दुराचारी और बलात्कारी कहा करते थे।
रिपोर्ट - अरविन्द कुमार