Highlights
- लुधियाना कोर्ट परिसर के शौचालय में हुआ था ब्लास्ट
- पंजाब के होशियारपुर का रहनेवाला है मुल्तानी
नयी दिल्ली: लुधियाना ब्लास्ट मामले में जांच एजेंसियों को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। जर्मनी पुलिस ने इस ब्लास्ट केस के मास्टरमाइंड जसविंदर सिंह मुल्तानी को गिरफ्तार कर लिया है। जसविंदर सिंह मुल्तानी प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस का अहम सदस्य है। वह पंजाब के होशियारपुर का रहने वाला है।
इससे पहले पंजाब के पुलिस महानिदेशक सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय ने शनिवार को कहा कि लुधियाना जिला अदालत में जिस पूर्व पुलिस हेड कांस्टेबल की मौत हुई थी, उसके खालिस्तानी तत्वों और आतंकवादियों से संबंध थे। चट्टोपाध्याय ने कहा कि प्रारंभिक जानकारी में सामने आया है कि सिंह का पंजाब के भीतर और विदेश में खालिस्तानी तत्वों, आतंकी संगठनों, माफिया समूहों और मादक पदार्थ तस्करों से संबंध था। उन्होंने कहा कि आगे की जानकारी का बाद में खुलासा किया जाएगा। धमाके में पाकिस्तानी हाथ होने के सवाल पर डीजीपी ने कहा कि पुलिस को “पूरा शक है”, लेकिन वह निश्चित तौर पर अभी नहीं कह सकते।
उन्होंने कहा कि अब तक जो सुराग मिला है उससे प्रतीत होता है कि इस घटना के पीछे पाकिस्तान में बैठकर संचालन कर रहे किसी व्यक्ति का हाथ था। यह पूछे जाने पर कि क्या धमाके में पाकिस्तान स्थित खालिस्तानी समर्थकों का हाथ था, तो चट्टोपाध्याय ने कहा कि खालिस्तानी तत्वों और नार्को आतंकवाद से संबंध होने का संकेत मिला है। उन्होंने कहा कि सिंह पर मादक पदार्थ का मामला चल रहा था और माफिया के साथ उसका संपर्क भी स्थापित हो चुका है।
डीजीपी ने कहा कि धमाके में प्रयुक्त हुआ विस्फोटक वैसा ही था, जैसा आतंकवादी इस्तेमाल करते हैं और ऐसा लगता है कि वह सीमापार से आया होगा। पंजाब पुलिस प्रमुख ने कहा कि लुधियाना अदालत धमाका आतंकवाद, संगठित अपराध, माफिया और मादक पदार्थों के “खतरनाक खेल” का सबसे बड़ा उदाहरण है।
चुनावों से ठीक पहले 23 दिसंबर को लुधियाना कोर्ट में बम ब्लास्ट हुआ था। पुलिस की तरफ से ये दावा किया गया कि जो शख्स कोर्ट कैंपस में बम प्लांट करने आया था, वो अपने ही बम का शिकार बन गया। पुलिस के मुताबिक मृतक घटनास्थल पर IED प्लांट कर रहा था और उसी समय ब्लास्ट हो गया।
इनपुट-भाषा