लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के लिए वोटिंग सोमवार (13 मई) को होगी। 19 अप्रैल से शुरू हुए लोकसभा चुनाव के तीन चरणों में 285 सीटों के लिए वोटिंग हो चुकी है और अब चौथे चरण के लिए 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 96 सीटों के लिए मतदान होना है। इस चरण में कई दिग्गजों की किस्मत भी दांव पर लगी है। लोकसभा चुनाव के चौथे दौर में जिन सीटों पर मतदान है, उनमें आंध्र प्रदेश की सभी 25, तेलंगाना की सभी 17, उत्तर प्रदेश की 13 और महाराष्ट्र की 11 सीट शामिल हैं।
इसके अलावा पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश की 8-8, बिहार की 5, झारखंड और ओडिशा की 4-4 और जम्मू-कश्मीर की एक सीट पर मतदान होना है। चुनाव के पहले तीन चरण 19 अप्रैल, 26 अप्रैल और 7 मई को हुए थे जिसमें 66.1, 66.7 और 61 प्रतिशत मतदान हुआ था।
वोटिंग की प्रक्रिया सुबह 7 बजे शुरू हो जाएगी जो शाम 6 बजे तक चलेगी। मतदान बंद होने के तक कतार में खड़े मतदाताओं को वोट देने का मौका दिया जाएगा, भले ही इसके लिए मतदान केंद्रों को कितने भी समय तक खुला रखना पड़े। बता दें कि पांचवें चरण का मतदान 20 मई को और छठा चरण का मतदान 25 मई को होगा वहीं 1 जून को सातवां और अंतिम चरण का मतदान होगा और चुनाव के नतीजे 4 जून को घोषित किए जाएंगे।
इन दिग्गजों की प्रतिष्ठा लगी है दांव पर
इस चरण में कन्नौज से समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के सामने बीजेपी के सुब्रत पाठक हैं । इस सीट पर अखिलेश, मुलायम सिंह और डिंपल यादव 1999 से जीत हासिल करते आए हैं लेकिन 2019 में डिंपल यादव चुनाव हार गईं थीं।
हैदराबाद सीट से असदुद्दीन ओवैसी के सामने बीजेपी की माधवी लता हैं। ओवैसी खुद को भारत के मुस्लिम अल्पसंख्यकों की आवाज के रूप में पेश करते हैं जिनके मुद्दे वह नियमित रूप से अपनी संसदीय बहसों में उठाते हैं तो वहीं माधवी लता भी मुखर हैं।
पश्चिम बंगाल की कृष्णानगर सीट से तृणमूल कांग्रेस की उम्मीदवार महुआ मोइत्रा जहां चुनाव मैदान में हैं, वहीं बीजेपी ने महुआ के खिलाफ अमृता रॉय को मैदान में उतारा है, जिनके पति इलाके के पूर्व राजा के वंशज हैं।
बॉलीवुड अभिनेता से नेता बने शत्रुघ्न सिन्हा आसनसोल से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि पूर्व क्रिकेटर यूसुफ पठान कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी से मुकाबला कर रहे हैं, जो 1999 से बहरामपुर का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।