देश में लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के लिए आज वोटिंग हुई और अब चुनाव के पांचवें चरण की वोटिंग 20 मई को होगी। इस बार सात चरणों में लोकसभा के चुनाव हो रहे हैं। 19 अप्रैल को पहले चरण का मतदान हुआ और अंतिम चरण का मतदान एक जून को होगा, वहीं चार जून को वोटों की गिनती होगी और रिजल्ट घोषित हो जाएंगे। पांचवें चरण की वोटिंग के लिए नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो गई है। इस बीच, एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने पांचवें चरण में चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों के हलफनामों का विश्लेषण किया है। इस चरण में कुल 695 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।
एडीआर के एक विश्लेषण के अनुसार, मौजूदा लोकसभा चुनाव में महिलाओं का प्रतिनिधित्व निराशाजनक रूप से कम बना हुआ है, क्योंकि पांचवें चरण में चुनाव मैदान में केवल 12% महिला उम्मीदवार हैं एडीआर ने कहा कि 20 मई को पांचवें चरण में कुल 695 उम्मीदवारों में से केवल 82 महिलाएं हैं।
एडीआर विश्लेषण से यह भी पता चला है कि लगभग 23% उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं और लगभग 18% पर गंभीर आपराधिक मामले लंबित हैं। सोमवार को जारी किए एक विश्लेषण में एडीआर ने बताया है कि पहले चरण में 695 उम्मीदवारों से 159 पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। वहीं 227 उम्मीदवार करोड़पति हैं।
एडीआर की रिपोर्ट में क्या-क्या है?
695 में से 159 यानी कि 23 प्रतिशत उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले लंबित हैं, जिसमें से 122 यानी कि 16 प्रतिशत उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। तीन उम्मीदवारों ने अपने ऊपर दोषसिद्ध मामले घोषित किए हैं तो वहीं चार उम्मीदवारों ने अपने ऊपर हत्या (आईपीसी-302) से जुड़े मामलों का खुलासा किया है जबकि 28 उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ हत्या के प्रयास (आईपीसी-307) से जुड़े मामले घोषित किए हैं। महिलाओं के ऊपर अत्याचार से जुड़े मामले घोषित करने वाले उम्मीदवार 29 हैं। इन 29 में से एक उम्मीदवार के ऊपर दुष्कर्म (आईपीसी-376) से जुड़ा मामला दर्ज है। इसके अलावा, 10 उम्मीदवारों के ऊपर ड़काऊ भाषण से जुड़े मामले दर्ज हैं।
किस पार्टी के कितने उम्मीदवार आपराधिक छवि के
पांचवें चरण की बात करें तो सपा के सभी 10 में से पांच उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। वहीं, शिवसेना के छह में से तीन, एआईएमआईएम के चार में से दो, भाजपा के 40 में से 19, कांग्रेस के 18 में से 8, टीएमसी के 7 में से तीन, शिवसेना (यूबीटी) के 8 में से तीन और राजद के 5 में से एक उम्मीदवार के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं।
कितने उम्मीदवार करोड़पति
पांचवें चरण के 695 में से 33 प्रतिशत यानी 227 उम्मीदवार करोड़पति हैं, जिसमें से सबसे ज्यादा भाजपा के 36 उम्मीदवार करोड़पति हैं। ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के चार में से दो उम्मीदवार करोड़पति हैं। इन प्रत्याशियों ने एक करोड़ से ज्यादा की संपत्ति घोषित की है। पांचवें चरण में हर उम्मीदवार के पास औसतन 3.56 करोड़ की संपत्ति है। एक उम्मीदवार ने अपनी संपत्ति शून्य घोषित की है। वहीं तीन उम्मीदवारों ने अपनी संपत्ति क्रमश 67 रुपये, 700 रुपये और 5427 रुपये बताई है।
कौन है सबसे अमीर प्रत्याशी
पांचवें चरण में सबसे अमीर उम्मीदवार यूपी के झांसी से अनुराग शर्मा हैं, जिनकी कुल संपत्ति 212 करोड़ है। दूसरे स्थान पर महाराष्ट्र की भिवंडी सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे नीलेश भगवान सांभरे हैं। सांभरे ने अपने हलफनामे में 116 करोड़ की संपत्ति बताई है। तीसरे सबसे धनी प्रत्याशी महाराष्ट्र की मुंबई उत्तर सीट से चुनाव लड़ रहे केंद्रीय मंत्री और भाजपा प्रत्याशी पीयूष गोयल हैं। गोयल की संपत्ति 110 करोड़ की है।
उम्मीदवारों की शैक्षणिक योग्यता और उम्र
शैक्षणिक योग्यता की बात करें तो 293 यानी 42 प्रतिशत उम्मीदवारों ने मात्र 5वीं और 12वीं के बीच पढ़ाई की है तो वहीं 349 यानी 50 प्रतिशत उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षणिक योग्यता स्नातक और इससे ज्यादा बताई है। 26 उम्मीदवार डिप्लोमा धारक हैं और 20 उम्मीदवार साक्षर जबकि पांच उम्मीदवार निरक्षर भी हैं। उम्र की बात करें तो 207 यानी 30 प्रतिशत उम्मीदवार 25 से 40 वर्ष के बीच है तो 384 यानी 55 प्रतिशत प्रत्याशी 41 से 60 वर्ष के बीच हैं। 103 यानी 15 प्रतिशत उम्मीदवारों की आयु 61 से 80 वर्ष है। एक प्रत्याशी ने अपनी आयु 82 वर्ष बताई है।