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ओडिशा ट्रेन हादसे पर रेलवे ने प्रेस कांफ्रेंस में किया खुलासा, नहीं हुई थी तीन ट्रेनों की टक्कर

ओडिशा में हुए ट्रेन हादसे पर रेलवे की प्रेस कांफ्रेंस जारी। रेलवे ने बयान जारी कर बताया कि तीन ट्रेनों की आपस में टक्कर नहीं हुई थी। सिग्नल में गड़बड़ी की वजह से हुआ था हादसा।

Edited By: Kajal Kumari
Updated on: June 04, 2023 14:37 IST
odisha train accident- India TV Hindi
Image Source : FILE ओडिशा ट्रेन हादसे पर रेलवे का बयान

ओडिशा: बालासोर में हुए भीषण ट्रेन हादसे पर रेलवे की प्रेस कांफ्रेंस जारी है। मेंबर ऑफ ऑपरेशन, जया वर्मा हादसे से संबंधित अबतक की पूरी जानकारी दे रही हैं। प्रेस कांफ्रेंस में बताया गया कि तीन ट्रेनों की आपस में टक्कर नहीं हुई थी। लूप लाइन में दो मालगाड़ियां खड़ीं थीं। सिग्नल में कोई गड़बड़ी नहीं थी। हादसे का पूरा असर कोरोमंडल एक्सप्रेस पर हुआ।  यशवंतपुर एक्सप्रेस के पिछले दो डिब्बे चपेट मे आए थे।

रेलवे के बयान में कहा गया है कि हम भी डिटेल फाइंडिंग का वेट कर रहे हैं, सिर्फ एक टृेन का एक्सीडेंट हुआ जो कि कोरोमंडल थी। लूप लाइन में ट्रेन  मालगाड़ी से टकराई उसके ऊपर उसका इंजन चढ़ गया था। कोरोमंडल की स्पीड 120 किमी प्रति घंटे की थी। प्राइमाफेसी कुछ जानकारी मिली है कि सिगनलिंग में कुछ गड़बड़ी हो सकती है।

ओडिशा के मुख्य सचिव ने दी अहम जानकारी

कल रेलवे ने साझा किया था कि मरने वालों की संख्या 288 हो चुकी है। कल रात DM और उनकी पूरी टीम ने एक-एक शव की जांच की। DM द्वारा डेटा की जांच की गई और पाया गया कि कुछ शवों की दो बार गिनती की गई है, इसलिए मरने वालों की संख्या को संशोधित कर 275 कर दिया गया है।

रेलवे ने अपने बयान में कहीं ये बातें...

लूप लाइन में दो मालगाड़ियां खड़ी थीं।

कोरोमंडल एक्सप्रेस मालगाड़ी से टकराई।

कोरोमंडल एक्सप्रेस 128 की स्पीड से जा रही थी।

यशवंतपुर 126 स्पीड से जा रही थी।

दोनों ट्रेनों के लिए ग्रीन सिग्नल था।

यशवंतपुर के आखिरी दो डब्बे टकराए।

सिर्फ कोरोमंडल एक्सप्रेस हादसे का शिकार हुई।

कोरोमंडल एक्सप्रेस मालगाड़ी से टकराई।


टक्कर में मालगाड़ी अपनी जगह से हिली भी नहीं।

खड़ी मालगाड़ी में लोहा लदा हुआ था।

सिग्नल में गड़बड़ी होना संभव हो सकता है।

दो लाइन सीधी है जो मेन लाइन है।

दो साइड में हैं जिनको लूप लाइन कहते हैं।

ऊपर वाले लूप लाइन में मालगाड़ी खड़ी थी।

इंटरलॉकिंग सिस्टम में छेड़छाड़ संभव नहीं है।

हेल्प डेस्क नंबर 1929 पर ले सकते हैं जानकारी

बीएमसी ने एक हेल्पलाइन नंबर 1929 जारी किया है। इसके अलावा, सभी प्रवेश बिंदुओं - कटक रेलवे स्टेशन, बसस्टैंड और एससीबी मेडिकल कॉलेज, भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन, बारामुंडा बस स्टैंड और भुवनेश्वर हवाई अड्डा - पर हेल्प डेस्क स्थापित किए गए हैं।

मृतक व्यक्तियों के परिवार/मित्र/रिश्तेदार और दु:खद ट्रेन दुर्घटना में फंसे यात्री सहायता के लिए टोल फ्री नंबर - 18003450061/1929 पर संपर्क कर सकते हैं।

इसके अलावे लोग जानकारी के लिए नोडल अधिकारियों से भी संपर्क कर सकते हैं जिनके नाम और टेलीफोन नंबर इस प्रकार हैं - राजेश प्रधान: 6370946287; आशीष पात्रा: 7978095293; देबाशीष मिश्रा: 6370585221; दीपक कुमार राउत: 8249217415 और संदीप मोहराणा: 8847822559।

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