Highlights
- दुनिया के प्रदूषित शहरों में मुंबई 14वें स्थान पर है
- पाकिस्तान में कराची की हवा सबसे खराब है
- प्रदूषित शहरों की लिस्ट में बीजिंग नौवें नंबर है
List Of Most Polluted Cities: दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में भारत की राजधानी दिल्ली और कोलकाता भी शामिल है। हेल्थ इफेक्ट्स इंस्टिटयूट की ओर से जारी की गई लिस्ट के अनुसार औसत वार्षिक पीएम 2.5 के लिहाज से भारत में दिल्ली और कोलकाता सबसे प्रदूषित शहर हैं। लिस्ट में दिल्ली पहले नंबर पर रहा तो वहीं कोलकाता 2 नंबर पर रहा। मुंबई इस लिस्ट में 14वें स्थान पर रहा। इन तीन शहरों के आलावा टॉप 20 में भारत का एक भी शहर नहीं है। इस रिसर्च के लिए दुनिया के 7000 शहरों को शामिल किया गया जिसमें 103 शहर ऐसे हैं जो सबसे ज्यादा प्रदूषित हैं।
दुनिया के सबसे अधिक 10 प्रदूषित शहर
टॉप 10 शहर जो सबसे अधिक प्रदूषित हैं उसमें पहले स्थान पर दिल्ली रहा, दूसरे पर कोलकाता है। तीसरे नंबर पर नाइजीरिया का शहर कानो, चौथे नंबर पर पेरू का लीमा, पांचवे नंबर पर बांगलादेश की राजधानी ढाका, छठे नंबर पर इंडोनेशिया का शहर जकार्ता, सातवें नंबर पर इंडोनेशिया का शहर लागोस, आठवें नंबर पर पाकिस्तान का शहर कराची, 9वें नंबर पर चीन का शहर बीजिंग और 10वें स्थान पर घाना का शहर अक्कारा है।
पीएम 2.5 से संबंधित बीमारी से होने वाली मौतें
पीएम 2.5 से संबंधित बीमारी से सबसे अधिक मौतें बीजिंग में हुई है। जहां प्रति एक लाख पर 124 मौतों का कारण पीएम 2.5 है। वहीं दिल्ली इस मामले में छठे नंबर पर है, जहां प्रति एक लाख में 106 मौतें हुईं हैं। इसके अलावा कोलकाता 99 मौतों के साथ तीसरे स्थान पर है।
दिल्ली का पीएम 2.5, 22 गुना ज्यादा
दुनिया भर में बड़ी संख्या में वैश्विक शहरों ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के PM 2.5 और NO2 दोनों के मानदंडों को पार कर लिया है। रिपोर्ट में 2019 में दिल्ली का औसत पीएम 2.5, 110 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर पाया गया है। इस मामले में WHO का मानक 5 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर है। इस हिसाब से दिल्ली का पीएम 2.5, 22 गुना ज्यादा था। कोलकाता में यह 84 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर था। 2019 में NO2 एक्सपोजर के मामले में शीर्ष 20 में कोई भारतीय शहर नहीं था। शंघाई, मॉस्को और तेहरान इस सूची में शीर्ष तीन शहरों में शामिल हैं। शंघाई में औसत NO2 एक्सपोजर 41.6 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर था। NO2 एक्सपोजर के लिए WHO का मानक 10 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2019 में वायु प्रदूषण से लगभग 2.6 बिलियन लोग प्रभावित हुए थे। रिपोर्ट के अनुसार 2019 में दिल्ली में 29900 मौतों के लिए पीएम 2.5 को जिम्मेदार ठहराया गया था। वहीं कोलकाता में 21380 और मुंबई में 16,020 मौतें हुईं थी। इसकी तुलना में, बीजिंग में पीएम 2.5 एक्सपोजर के कारण 26,270 मौतें देखीं गईं थीं।