नई दिल्ली: यूपी के हाथरस जिले में सत्संग के दौरान हुई भगदड़ के बाद 121 लोगों की मौत हो गई। इस हादसे के बाद देश भर के नेताओं ने शोक संवेदनाएं व्यक्त कीं। इस बीच नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी आज हाथरस पहुंचे। हाथरस जाने से पहले राहुल गांधी रास्ते में अलीगढ़ के पिलखना गांव में रुके। यहां पर उन्होंने पीड़ित परिजनों से मुलाकात की। राहुल गांधी ने पिलखना में पीड़ित परिजनों से आधे घंटे तक मुलाकात की। यहां पर पीड़ितों से मुलाकात के बाद वह हाथरस रवाना हुए। हाथरस में भी उन्होंने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। बता दें कि हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के लिए सरकार ने मुआवजे का भी ऐलान किया है।
प्रशासन की कमी है, गलतियां भी हुई हैं
पीड़ित परिवारों से मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने कहा कि बहुत से परिवारों को काफी नुकसान हुआ है, काफी लोगों की मृत्यु हुई है। उन्होंने कहा कि प्रशासन की कमी तो है और गलतियां भी हुई हैं। सबसे जरूरी बात कि मुआवजा तुरंत मिलना चाहिए, क्योंकि ये सभी गरीब परिवार हैं और उन्हें मुआवजे की अभी जरूरत है। यूपी के सीएम से विनती करता हूं कि दिल खोल कर मुआवजा दें। उन्होंने आगे कहा कि आपने 6 महीने बाद दिया, एक साल बाद दिया तो इससे किसी का फायदा नहीं है। मुआवजा जल्दी से जल्दी देना चाहिए और जितना भी दिया जाए दिल खोल कर दिया जाना चाहिए। परिवार वालों ने कहा कि प्रशासन की कमी है।
अजय राय ने राज्य सरकार पर उठाए सवाल
इससे पहले गुरुवार को कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय राय ने हाथरस की भगदड़ वाली घटना के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया। अजय राय ने पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में पत्रकारों से कहा, "हाथरस की घटना उत्तर प्रदेश सरकार की विफलता है। कल मुख्यमंत्री ने हाथरस का दौरा किया और बाद में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक भी वहां गए। वे एक साथ नहीं गए, यह अंदरूनी कलह को दर्शाता है। उन्होंने भगदड़ में मारे गए लोगों के परिवार को एक करोड़ रुपये और घायलों को 25 लाख रुपये मुआवजा देने की कांग्रेस की मांग दोहराई।
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