इंडिया टीवी पर प्रसारित 'आप की अदालत' के शो में केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री किरन रिजिजू ने भारतीय न्याय व्यवस्था से जुड़े कई पेचीदा सवालों के तर्कपूर्ण जवाब दिए। इंडिया टीवी के एडिटर इन चीफ रजत शर्मा ने न्याय व्यवस्था से जुड़े कई सवाल पूछे। ऐसे ही एक प्रश्न के जवाब में मंत्री किरन रिजिजू ने कहा कि 'वकील अदालतों में अच्छी अंग्रेजी बोलते हैं, उनकी फीस अच्छी-खासी होती है।'
कानून मंत्री ने कहा कि भारत के चीफ जस्टिस ने 4 भारतीय भाषाओं, (हिंदी, गुजराती, उड़िया और तमिल) में शीर्ष अदालत के फैसलों का अनुवाद करने के लिए जस्टिस अभय ओका के तहत एक समिति गठित की है। उन्होंने कहा, ‘हम कानूनी इस्तेमाल में आने वाले सामान्य शब्दों के लिए भारतीय भाषाओं से वोकेबुलरी डेटा बैंक दे रहे हैं, और अनुवाद की व्यवस्था भी कर रहे हैं।’
अंग्रेजी बोलने वाले वकीलों की कमाई 20 से 40 लाख रुपए तक
रिजिजू ने कहा, ‘कृपया इसे अन्यथा न लें। तथ्य यह है कि जो वकील अदालतों में अच्छी अंग्रेजी बोलते हैं, उनकी फीस अच्छी-खासी होती है। इनमें से कुछ की तो 20 से 40 लाख रुपए तक की कमाई हो जाती है। कम अंग्रेजी बोलने वालों को कम फीस मिलती है। इसलिए मैं इस बात पर जोर दे रहा हूं कि वकील हाई कोर्ट में हिंदी, तमिल, तेलुगु, पंजाबी जैसी भारतीय भाषाओं में बहस क्यों नहीं कर सकते...। यदि क्षेत्रीय भाषाओं में सुनवाई होगी तो सभी वकीलों को काम मिलेगा।’
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