Cyclone Biparjoy: चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का सबसे पहला लैंडफॉल गुजरात के जखौ पोर्ट पर देखने को मिला है। इस दौरान हवाएं 125-140 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चल रही है। गुजरात सरकार ने तटीय इलाकों के 10 किमी के दायरे से 74 हजार से ज्यादा लोगों को विस्थापित किया है। इन्हें अस्थायी शिविरों में भेजा जा चुका है। गुजरात के 8 जिलों में सेना, एयरफोर्स, नेवी, कोस्टगार्ड, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की तैनाती की गई है। वहीं अलग-अलग राज्यों में एनडीआरएफ की कुल 42 टीमों की तैनाती की गई है। इस चक्रवाती तूफान को लेकर पीएमओ भी अलर्ट मोड पर है और खुद पीएम नरेंद्र मोदी पल पल की जानकारी ले रहे हैं।
विनाशकारी है बिपरजॉय
विनाशकारी चक्रवाती तूफान बिपरजॉय गुजरात के तट से टकराने के बाद गुजरात के कई शहरों की बिजली काट दी गई है। वहीं समंदर में 5 मीटर ऊंची लहरें उठ रही हैं। बताया जा रहा है कि आधी रात यानी 12 बजे तक यह चक्रवाती तूफान एक्टिव रहेगा। सौराष्ट्र और कच्छ के तट पर रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। वहीं कच्छ और द्वारका में भी बिजली काट दी गई है। चक्रवाती तूफान के लैंडफॉल होने के बाद से तेज बारिश और तेज हवाएं देखने को मिल रही है। चक्रवात के कारणद्वारका में टाटा केमिकल्स के पास सड़क पर एक शेड गिर गया। एनडीआरएफ की टीम मौके पर मौजूद है।
दिल्ली के रेलभवन में कंट्रोल रूम
तूफान बिपरजॉय के चलते रेल सेवाएं भी बाधित हुई हैं। कच्छ, द्वारका और आसपास के 8 जिलों से गुजरनेवाली पैसेंजर और एक्सप्रेस ट्रेनों को मिलाकर कुल 125 से अधिक ट्रेनें कैंसिल की गई हैं। वहीं दवा और राहत सामग्री के लिए ट्रेनों को स्टैंडबाइ पर रखा गया है। दिल्ली स्थित मौसम विभाग के मुख्यालय में तूफान बिपरजॉय पर नजर रखी जा रही है। यहां एक वॉर रूम बनाया गया और इसे 4 हिस्सों में बांटकर इस गंभीर तूफान पर नजर रखी जा रही है। बता दें कि बिपरजॉय के चलते गुजरात के तटीय इलाकों में अलर्ट जारी है। इस कारण द्वारकाधीश मंदिर को आज श्रद्धालुओं के लिए बंद रखा गया था।