Highlights
- लैंड फॉर जॉब केस में चार्जशीट दाखिल
- लालू यादव और उनके परिवार का नाम
- जमीन देने वालों के भी नामों का खुलासा
Land For Job Case: CBI ने लालू यादव और उनके परिवार के खिलाफ लैंड फॉर जॉब केस में चार्जशीट दाखिल की है। इस मामले में लालू यादव, राबड़ी देवी, उनकी बेटी मीसा भारती और 16 अन्य लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की। इस चार्जशीट में सीबीआई ने कई बड़े खुलासे किए हैं। जांच के बाद केंद्रीय एजेंसी ने चार्जशीट में ये बताया कि कैसे लालू यादव और उनके परिवार ने कथित तौर पर रेलवे में नौकरी के बदले जमीन अपने और परिवार के नाम कराई।
किसने और कैसे नौकरी के बदले जमीन लालू और उनके रिश्तेदारों के नाम ट्रांसफर की, उसका पूरा कच्चा चिट्ठा सीबीआई ने खोला। ये रहो वो नाम और जमीनों का विवरण जिनके बारे में जांच में पता लगा-
- लेट किशन देव राय ने जो पटना के महुबाग के रहने वाले हैं, इन्होंने 3375 स्कॉयर फ़ीट जमीन राबड़ी देवी के नाम 3,75,000 के कन्सिड्रेशन पर कर दी और इसके बदले किशन देव के पोतों राजकुमार, मिथलेश और अजय कुमार को मुम्बई में ग्रुप डी की पोस्ट पर रखा गया।
- इसी तरह पटना के महुबाग के रहने वाले संजय राय ने 3375 स्कॉयर फीट जमीन का पार्सल राबड़ी देवी के नाम 3,75,000 के सेल कंसइड्रेशन पर किया और इसके बदले संजय राय, धर्मेंद्र और विकास को मुम्बई में रेलवे में नौकरी मिली।
- इसी तरह किरण देवी जो बिन्दोल गांव थाना बिहता, पटना की रहने वाली हैं, इन्होंने जमीन का पार्सल 1 एकड़ 85(3/4) तकरीबन 80905 स्कॉयर फीट जमीन लालू यादव की बेटी मीसा भारती के नाम 3,70,000 के सेल कन्सड्रेशन पर ट्रांसफर की और इसके बदले इनके बेटे अभिषेक कुमार को 2008 में मुंबई में रेलवे में ग्रुप डी की नौकरी मिली।
- महुबाग के हजारी राय ने अपनी जमीन तकरीबन 9527 स्कॉयर फीट जमीन एके इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड, (AK INFOSYSTEM PVT LMT) दिल्ली बेस्ड कंपनी के नाम 10,83000 के सेल कन्सिड्रेशन पर कर दी और इसके बदले इनके दो भांजे दिलचन्द और प्रेम कुमार को जबलपुर और कलकत्ता रेलवे में नौकरी मिली। जांच में सामने आया कि AK INFOSYSTEM कंपनी एसेट्स के सभी अधिकार लालू यादव की पत्नी राबड़ी और बेटी के नाम 2014 में किए गए थे और बाद में ये कंपनी के डायरेक्टर भी बने थे।
- ऐसे ही महुबाग के लेट लाल बाबू ने अपनी जमीन 1360 स्कॉयर फीट राबड़ी देवी के नाम 13 लाख के सेल कन्सडिरेशन पर की थी। इसके बदले में इनके बेटे लाल चंद को जयपुर रेलवे जॉन में 2006 में नौकरी दी गई।
- महुबाग पटना के ब्रज नन्दन ने अपनी जमीन 3375 स्कॉयर फीट हरदयानंद चौधरी जो गोपालगंज के रहने वाले हैं, उनके नाम 4,21,000 के सेल कन्सिड्रेशन पर कर दी। जांच में पता लगा कि हरदयानंद चौधरी को 2005 में हाजीपुर में अपाउंट किया गया था और इसने ये जमीन गिफ्ट डीड के तौर पर हिमा यादव, लालू की बेटी के नाम कर दिया। हरदयानंद लालू का रिलेटिव नहीं है और इस जमीन की कीमत सर्कल रेट के हिसाब से उस वक्त 62,10,000 थी।
- महुबाग के विशन देव ने 3375 स्कॉयर फीट जमीन सिवान के रहने वाले लल्लन चौधरी के नाम की। इसके बदले इनके पोते पिंटू कुमार को 2008 में मुम्बई में जॉब दी गई। जांच में पता लगा कि लल्लन चौधरी ने गिफ्ट डीड के तौर पर ये जमीन मीसा यादव के नाम कर दी सर्कल रेट इस जमीन का उस वक्त करीब 62,10,000 था।