कोलकाता में डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी पर एक व्याख्यान का आयोजन किया गया था। इस व्याख्यान को नाम दिया गया नया भारत और विश्व। इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने पड़ोसी देश पाकिस्तान और चीन के बारे में खुलकर बात की। इस कार्यक्रम में अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि चीन ने भारत के साथ अपने रिश्ते खराब किए हैं। भारत हमेशा अपने पड़ोसियों के साथ मधुर संबंध चाहता है। हमने ये कोशिश हर स्तर पर की है। लेकिन चीन भारत की संप्रभुता का सम्मान नहीं करता, बल्कि उसने बार-बार इसका उल्लंघन किया है।
चीन ने भारत के साथ रिश्ते किए खराब
उन्होंने कहा कि ताली बजाने के लिए दोनों हाथों की जरूरत होती है। चीन को भी व्यावहारिक रिश्तों में विश्वास होना चाहिए। सीमा पर बड़ी संख्या में सैनिकों की तैनाती कर हमारी संप्रभुता को चीन ने चुनौती दी। चीन को इस दुस्साहस का जवाब भी दिया गया। दोनों देशों के रिश्तों के बीच आई खटास के लिए पूरी तरह से चीन ही जिम्मेदार है। विदेश मंत्री ने इस दौरान यह भी कहा कि पश्चिमी ताकतों ने भारत-पाकिस्तान के बीच जम्मू-कश्मीर मुद्दे पर दखल देने की कोशिश की। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति क्लिंटन के कार्यकाल में ऐसा खुलेआम किया जाता था लेकिन अब हमने हर स्तर पर अपनी सुरक्षा को मजबूत किया है।
जम्मू कश्मीर पर क्या बोले एस जयशंकर
विदेश मंत्री ने कहा कि भारत को आज पूरी दुनिया में वैश्विक शक्ति के रूप में सम्मान मिल रहा है। हमारा रूख बिल्कुल साफ है कि देश की संप्रभुता के साथ किसी भी कीमत पर समझौता नहीं करेंगे। जम्मू कश्मीर का मुद्दा हो या फिर भारत की संप्रभुता का चीन ने हमेशा इसमें दखल देने की कोशिश की है लेकिन हम हर चीज से कुशलतापूर्वक निपट रहे हैं। बता दें कि इस कार्यक्रम में अपने संबोधन में विदेश मंत्री ने दुनिया में भारत के बढ़ते दबदबे और विभिन्न देशों के साथ संबंधों में सुधार समेत कई मुद्दों पर बात की।
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