Highlights
- तीन नेताओं ने शुक्रवार को नामांकन दाखिल किया था
- झारखंड के पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी का नामांकन हुआ रद्द
- कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में अब होंगे दो ही उम्मीदवार
Congress President Election: कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में केवल दो ही उम्मीदवार होंगे। अब ये मुकाबला मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर के बीच होगा। झारखंड के पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी का कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन रद्द हो गया है। तीनों नेताओं ने शुक्रवार को नामांकन पत्र भरा था। नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तारीख 30 सितंबर थी।
नामांकन प्रक्रिया के दौरान 20 फॉर्म मिले- मधुसूदन मिस्त्री
कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री ने कांग्रेस मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि नामांकन प्रक्रिया के दौरान कुल 20 फॉर्म मिले और उनमें से चार को खारिज कर दिया गया है। खड़गे ने 14 फॉर्म भरे थे, जबकि थरूर ने पांच और त्रिपाठी ने एक फॉर्म भरा था। मिस्त्री ने कहा कि त्रिपाठी का फॉर्म खारिज कर दिया गया है, क्योंकि उनके एक प्रस्तावक के हस्ताक्षर का मिलान नहीं हुआ और एक अन्य प्रस्तावक के हस्ताक्षर में दोहराव था।
कांग्रेस के दो उम्मीदवार अध्यक्ष पद के चुनाव में खड़े होंगे- मिस्त्री
मधुसूदन मिस्त्री ने कहा कि कांग्रेस के दो उम्मीदवार अध्यक्ष पद के चुनाव में खड़े होंगे। 8 अक्टूबर तक नाम वापस लिया जा सकता है। आज दो ही प्रत्याशी आमने-सामने हैं, बाकी तस्वीर 8 अक्टूबर के बाद साफ होगी। कोई नाम वापस नहीं लेता है, तो चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी। वहीं, नामांकन दाखिल करने के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे ने राज्यसभा में नेता विपक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया।
अशोक गहलोत और दिग्विजय सिंह का नाम भी चल रहा था
गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह का नाम भी चल रहा था। राजस्थान कांग्रेस में बगावत के बाद अशोक गहलोत ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया, जबकि दिग्विजय सिंह नामांकन करने की घोषणा करने के बाद शुक्रवार को अध्यक्ष पद की दौड़ से अपना नाम वापस ले लिया।
दिग्विजय सिंह ने नामांकन के ऐलान के बाद नाम लिया वापस
दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार को कहा कि वह पार्टी के अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ेंगे, बल्कि अपने सहयोगी मल्लिकार्जुन खड़गे के नामांकन में प्रस्तावक बनेंगे। उन्होंने कहा, "मैं जिंदगी में कुछ चीजों पर कोई समझौता नहीं कर सकता। मैं दलित, आदिवासी और अन्य पिछड़े वर्ग से जुड़े मुद्दों पर कोई समझौता नहीं कर सकता। मैं सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वालों के साथ कोई समझौता नहीं कर सकता और गांधी परिवार के साथ अपनी प्रतिबद्धता से कोई समझौता नहीं करता।"
पूरी जिंदगी कांग्रेस के लिए काम किया और आगे भी करते रहेंगे- सिंह
सिंह ने कहा कि उन्होंने पूरी जिंदगी कांग्रेस के लिए काम किया है और आगे भी करते रहेंगे। दिग्विजय सिंह ने कहा, "खड़गे जी मेरे नेता व मेरे वरिष्ठ हैं। मैंने कल उनसे पूछा था कि क्या वह चुनाव लड़ना चाहते हैं। उन्होंने इनकार कर दिया था। मैंने आज (शुक्रवार) फिर उनसे मुलाकात की। मैंने उनसे कहा कि अगर वह चुनाव लड़ेंगे तो मैं उनका पूरा समर्थन करूंगा। मैं उनके खिलाफ चुनाव लड़ने की सोच भी नहीं सकता।"