चंडीगढ़: किसानों और केंद्र सरकार के बीच तीसरे दौर की वार्ता भी असफल रही है। चंडीगढ़ में हुई इस बैठक में केंद्र सरकार की तरफ से केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा, पीयूष गोयल और नित्यानंद राय शामिल हुए। वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी शामिल हुए थे। बैठक देर रात 1:30 बजे तक चली लेकिन कोई समाधान नहीं निकल सका।
कुछ मुद्दों पर बनी सहमति- सरकार
बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए सरकार ने कहा कि कुछ मुद्दों पर सहमति बनी है। हालांकि कुछ विषयों पर अभी वार्ता जारी है। अब रविवार को चौथे दौर की वार्ता चंडीगढ़ में ही होगी और हमें उम्मीद है कि इसके बाद इस मुद्दे का समाधान हो जाएगा। इसके साथ ही इस बैठक में तय हुआ है कि रविवार तक किसान शंभू बॉर्डर से आगे नहीं बढ़ेंगे और हरियाणा हरियाणा पुलिस और पैरामिलिट्री की तरफ से भी सीजफायर बना रहेगा।
चर्चा का नतीजा निकलना चाहिए- किसान नेता
वहीं किसान नेता सरवन पंढेर ने कहा इस बैठक में लंबी चर्चा आज हुई है लेकिन हमने कहा चर्चा का नतीजा निकलना चाहिए। सरकार ने कहा हमे कुछ समय चाहिए वो इस पर चर्चा करके फिर से बैठक करेंगे। इसके साथ ही हमने बैठक में हमारे सोशल मीडिया एकाउंट बंद किए जाने और इंटरनेट पर रोक का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि किसान शंभू बॉर्डर पर शांति से बैठा है लेकिन सुरक्षाबल आंसू गैस के गोले दागकर भड़का रही है।
हम पाकिस्तान से नही आए- पंढेर
सरवन पंढेर ने कहा कि हम पाकिस्तान से नही आए हैं। हमारे दोनो तरफ बॉर्डर बना दिया है। आज हमारी जो बात हुई है उसकी चर्चा हम अपने साथियों से करेंगे। उन्होंने कहा कि आंदोलन लगातार बढ़ रहा है। हम सिविल सोसाइटी से भी आग्रह करेंगे की हमारे साथ आएं।
प्रधानमंत्री वाली बात को लेकर निकाला गया गलत मतलब- डल्लेवाल
वहीं जगजीत सिंह डल्लेवाल ने प्रधानमंत्री मोदी के राम मंदिर का ग्राफ बढ़ने के वायरल बयान पर कहा कि मेरा बयान का वो मतलब नहीं है जिस तरह से पेश किया जा रहा है। मैं कहना चाह रहा था कि जिस तरह से इस सरकार का और प्रधानमंत्री का गुरुर बढ़ रहा है और हमारे साथ ज्यादती हो रही है उसे नीचे लाने के लिए आंदोलन करना जरूरी है लेकिन मेरे बयान का गलत मतलब निकाला गया।