पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर बुधवार को किसान प्रदर्शनकारियों द्वारा एक बार फिर से उग्र प्रदर्शन किया गया है। आंदोलनकारियों ने शंभू और खनौरी बॉर्डर को बार-बार पार करने का प्रयास किया और हर बार पुलिस ने उन्हें रोक दिया। किसानों की भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने बड़ी संख्या में आंसू गैस के गोले छोड़े हैं। इस बीच किसान आंदोलन के नेताओं ने अचानक से आंदोलन को दो दिनों तक रोकने का ऐलान किया है। आइए जानते हैं पूरा मामला।
अब दो दिन रहेगी शांति- पंढेर
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। उन्होंने कहा है कि हमारे आदमी आंदोलन में शांति से रहे हैं। खनोरी में जो कुछ हुआ उसके बाद हमे लगा कि इस माहौल में बातचीत मुश्किल है। उन्होंने कहा कि सरकार एमएसपी पर कानूनी गारंटी देने से भाग रही है। सीधी बुलेट चलाई जा रही है। पंढेर ने कहा कि हमने हाईवे नहीं रोका वो भी सरकार ने रोका है, हम तो कह रहे हैं हमे शांति से आगे जाने दो। उन्होंने कहा है कि अब कल और परसों दो दिन शांति रहेगी, अब हम इस दौरान विचार करेंगे और बाद में पूरी स्थिति स्पष्ट करेंगे कि हमारा आगे का आंदोलन क्या होगा।
लाठी-गंडासे से पुलिस पर हमला
हरियाणा पुलिस की ओर से दावा किया गया है कि उनके जवानों पर किसानों ने बुरी तरह से हमला किया है। पुलिस ने बताया कि दाता सिंह-खनोरी बॉर्डर पर प्रदर्शनकारियों ने पराली में मिर्च पाउडर डालकर पुलिस का चारो तरफ से घेराव किया। किसानों ने पथराव के साथ ही लाठी, गंडासे इस्तेमाल करते हुए पुलिसकर्मियों पर हमला भी किया। इस घटना में लगभग 12 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। पुलिस ने प्रदर्शनकारियो से शांति की अपील की है।
शांति बनाए रखना जरूरी- अर्जुन मुंडा
किसानों के उग्र प्रदर्शन के बीच केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने बुधवार को कहा कि केंद्र सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है। कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने एक्स पर लिखा, "चौथे दौर के बाद सरकार पांचवें दौर में एमएसपी की गारंटी की मांग, फसल विविधीकरण, पराली मुद्दा, एफआईआर जैसे सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है। मैं किसान नेताओं को फिर से चर्चा के लिए आमंत्रित करता हूं। हमारे लिए शांति बनाए रखना महत्वपूर्ण है।"
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केंद्र किसानों के साथ सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार, कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा