Highlights
- किसान आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले 11 किसानों के परिजनों को पंजाब सरकार ने दी सरकारी नौकरी
- पंजाब, हरियाणा में घर वापसी पर किसानों का जोरदार स्वागत
- राज्य सरकार पीड़ित परिवारों के कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए हमेशा हर संभव कदम उठाएगी- चन्नी
चंडीगढ़: कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले 11 किसानों के परिजनों को शनिवार को पंजाब में सरकारी नौकरियों के लिए नियुक्ति पत्र दिए गए। एक सरकारी विज्ञप्ति में इसकी जानकारी दी गयी है। बयान में कहा गया है कि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री रणदीप सिंह नाभा ने मृतक किसानों के परिजनों को क्लर्क की नौकरी के नियुक्ति पत्र सौंपे।
किसानों को राज्य के आर्थिक ढांचे की रीढ़ बताते हुए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा, ‘‘राज्य सरकार पीड़ित परिवारों के कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए हमेशा हर संभव कदम उठाएगी।’’ चन्नी ने कहा कि राज्य सरकार पहले ही 157 मृतक किसानों के परिजनों को नौकरी दे चुकी है।
दरअसल, पंजाब सरकार ने पहले पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता और प्रत्येक मृतक किसान परिवार के एक-एक सदस्य को नौकरी देने की घोषणा की थी। किसानों के मुताबिक कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान 700 से अधिक किसानों की मौत हुई है।
पंजाब, हरियाणा में घर वापसी पर किसानों का जोरदार स्वागत
कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन में ‘‘जीत’’ के बाद वापस अपने घरों की ओर लौटते वक्त पंजाब और हरियाणा के किसानों का कई जगहों पर मिठाइयां खिलाकर और फूलों की माला पहनाकर गर्मजोशी से स्वागत किया गया। दिल्ली-करनाल-अंबाला और दिल्ली-हिसार राष्ट्रीय राजमार्ग के साथ ही अन्य राज्य के राजमार्गों पर कई स्थानों पर गांववासियों के साथ ही किसानों के परिवारों ने ट्रैक्टरों में आ रहे किसानों को माला पहनाकर; लड्डू, बर्फी और अन्य मिठाइयां खिलाकर उनका स्वागत किया। किसानों के आंदोलन का समर्थन करने वाले गांववासी और अन्य लोग उनका स्वागत करने के लिए राजमार्गों के किनारे एकत्रित हो गए और उन्होंने किसानों पर फूल बरसाए।