तिरुवनंतपुरम: केरल में भारी बारिश से आम जनजीवन प्रभावित हुआ है और अनेक मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इसके अलावा सड़कें जलमग्न हैं, पेड़ उखड़ गए हैं, बाढ़ का पानी घरों में घुस गया है और ट्रेन देरी से चल रही हैं। तटीय अलापुझा जिले के कुट्टनाड के निचले इलाकों में स्थित मकानों, स्कूलों और दुकानों में पानी घुस गया है, कई स्थान पर सड़कों पर गड्ढे बनने से वाहन चालकों के लिए खतरा पैदा हो गया है। सात जिलों में भारी बारिश का ‘येलो’ अलर्ट जारी किया गया है।
भारी बारिश का अनुमान
इस बीच, मौसम विभाग ने आज तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पथानामथिट्टा, अलाप्पुझा और कोट्टायम जिलों में कुछेक स्थानों पर भारी बारिश होने का अनुमान जताया है। कोल्लम जिले के कैकुलंगरा में भारी बारिश के कारण मकान की टाइल वाली छत ढहने पर चार लोगों का एक परिवार बाल-बाल बच गया। पुलिस ने बताया कि कनेट्टुमुक्कू में एक और मकान आज तड़के हुई भारी बारिश के कारण पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया, हालांकि इसमें रहने वाली बुजुर्ग महिला ने कहा कि वह बाल-बाल बच गईं क्योंकि वह रात में आवाज सुनकर आंगन की ओर भाग गई थीं।
समुद्र में न जाने की सलाह
तटीय गांव पोझियूर में कई सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं और मकान क्षतिग्रस्त हो गए, जहां शुक्रवार शाम को समुद्र उफान पर था। क्षेत्र में राहत शिविर स्थापित किए गए हैं और मछुआरों को निरंतर खराब मौसम के कारण समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। दक्षिणी राज्य के कई हिस्सों में भीषण जलभराव और पेड़ों के उखड़ने से कस्बों व गांवों में सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
खराब मौसम के कारण कई ट्रेनें लेट
खराब मौसम के कारण राज्य की राजधानी की ओर जाने वाली कई ट्रेनें कथित तौर पर देरी से चल रही हैं। अधिकारियों के मुताबिक, पिछले तीन दिन में भारी बारिश के कारण तिरुवनंतपुरम जिले में कृषि क्षेत्र को 1.82 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि तिरुवनंतपुरम में 66.89 हेक्टेयर भूमि में कृषि उपज नष्ट हो गई है। जिले में मूसलाधार बारिश के कारण चार मकान पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं और 41 आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हैं। जिले में पिछले कुछ दिन में कई परिवारों को राहत शिविरों में स्थानांतरित किया गया है।आईएमडी ने तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पथानामथिट्टा, अलाप्पुझा, इडुक्की, कोट्टायम और एर्नाकुलम समेत राज्य के सात जिलों में ‘येलो’ अलर्ट जारी किया है। येलो अलर्ट 6 से 11 सेंटीमीटर के बीच भारी बारिश होने का संकेत होता है। (इनपुट-भाषा)