Kerala PFI Rally: केरल के आलप्पूझा में शनिवार को चरमपंथी इस्लामिक संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया ने 'सेव द रिपब्लिक' अभियान के तहत एक प्रोटेस्ट मार्च का आयोजन किया। केंद्र की मोदी सरकार पर RSS के एजेंडे को देश में लागू करने और मुसलमानों के नरसंहार के लिए जमीन तैयार का आरोप लगाते हुए PFI ने 26 जनवरी से सेव द रिपब्लिक नाम से एक राष्ट्रव्यापी अभियान की शुरुआत की है। PFI के मुताबिक ये अभियान 15 अगस्त 2022 तक चलेगा। इसी अभियान के तहत केरल के आलप्पूझा में शनिवार शाम को एक विरोध मार्च का आयोजन किया, जिसमें संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष OMA सलाम ने भी हिस्सा लिया।
बच्चे ने लगाए देश का माहौल खराब करने वाले नारे
इसी रैली का एक वीडियो विवादों में घिर गया है। इस वीडियो में एक छोटा सा बच्चा भड़काऊ नारे लगाता हुआ नज़र आ रहा है। हिंदू संगठनों का आरोप है कि मुस्लिम समाज को भड़काने और देश का माहौल खराब करने के लिए PFI अब बच्चों का इस्तेमाल कर रहा है। इस वीडियो में एक छोटा बच्चा अपने पिता का कंधे पर बैठकर नारे लगा रहा है। ये बच्चा कह रहा है कि 'हम बाबरी और ज्ञानव्यापी दोनों में एक दिन सजदा जरूर करेंगे, इंशाअल्लाह, संघियों तुम इस बात को समझ लो।
"ना हम पाकिस्तान जाएंगे और न ही बांग्लादेश जाएंगे, इसी देश की 6 फीट जमीन में ही दफन होंगे,लेकिन संघियों तुम ये याद रखना हम मिटने से पहले तुम्हें मिटाकर जाएंगे'।
वहीं दूसरे वीडियो में कहा जा रहा है कि 'अपने घर पर चावल, फूल और अंतिम संस्कार के सारे समान का इंतजाम करके रखो, कुछ भी मत भूलना, कुछ भी मत भूलना, तुम्हारा काल बनकर हम तुम्हारे पास आ रहे हैं'।
पुलिस के जवान और PFI के नेताओं ने भी नहीं रोका
खास बात यह है कि इस रैली में केरल पुलिस के कई जवान मौजूद थे, लेकिन न तो PFI के किसी नेता ने और न ही पुलिस ने इस बच्चे को ऐसा करने से रोका। हिंदू संगठनों खासतौर पर बजरंग दल ने इस रैली पर पाबंदी लगाने की मांग की थी, लेकिन पहले पुलिस ने उनकी बात नहीं सुनी। इसके बाद कोर्ट ने भी रैली पर रोक लगाने की उनकी याचिका को नामंजूर कर दिया। पुलिस को हिदायत दी गई कि वो इस बात को सुनिश्चित करे कि इस विरोध रैली के दौरान कानून और व्यवस्था ना बिगड़े। हालांकि इस रैली का जवाब देने के लिए बजरंग दल के लोगों ने आलप्पूझा में शनिवार की सुबह एक शौर्य मार्च भी निकाला था।