Highlights
- कल विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत को सेवा में शामिल करेंगे
- आदि शंकराचार्य के जन्मस्थान पर भी जाएंगे पीएम मोदी
- पीएम मोदी एक जनसभा को भी करेंगे संबोधित
Kerala News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज से केरल के दो दिवसीय दौरे पर रहेंगे और इस दौरान वह दो सितंबर को देश के पहले स्वदेश निर्मित विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत (INS Vikrant) को सेवा में शामिल करने सहित विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को बताया कि प्रधानमंत्री बृहस्पतिवार शाम यहां पहुंचेंगे। उन्होंने बताया कि मोदी एक जनसभा को संबोधित करेंगे और कोचीन हवाईअड्डे के पास कलाडी गांव स्थित आदि शंकराचार्य के जन्मस्थान आदि शंकरा जन्मभूमि क्षेत्रम (मंदिर) जाएंगे।
पीएम मोदी शाम छह बजे करेंगे परियोजना का शिलान्यास
प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा कि साथ ही, प्रधानमंत्री बृहस्पतिवार को शाम छह बजे कोच्चि मेट्रो फेज-दो परियोजना का शिलान्यास करेंगे और एसएन जंक्शन से वडक्केकोट्टा तक पहले हिस्से- चरण-1 ए का उद्घाटन करेंगे। अगले दिन शुक्रवार को मोदी कोच्चि में कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड में विक्रांत को सेवा में शामिल करेंगे। साथ ही प्रधानमंत्री ‘नये नौसैनिक ध्वज (निशान) का अनावरण करेंगे, जो औपनिवेशिक अतीत को पीछे छोड़ते हुए समृद्ध भारतीय समुद्री विरासत के अनुरूप होगा।’
फेज-2 में 11.2 किमी लंबा होगा
इस बीच, कोच्चि मेट्रो ने एक बयान में कहा कि इसका शिलान्यास समारोह सीआईएएल व्यापार मेला और प्रदर्शनी केंद्र में होगा। जेएलएन स्टेडियम मेट्रो स्टेशन से इंफोपार्क, कक्कनड तक कोच्चि मेट्रो रेल परियोजना का प्रस्तावित चरण-दो कॉरिडोर 11.2 किलोमीटर लंबा होगा और इसमें 11 स्टेशन होंगे। इसके अनुसार चरण-एक विस्तार कोच्चि मेट्रो रेल लिमिटेड द्वारा सीधे शुरू किए गए कार्य का पहला खंड है।
शाम 7 बजे से शुरू हो जाएगा संचालन
मोदी द्वारा स्टेशन को कोच्चि के लोगों को समर्पित करने के तुरंत बाद दोनों स्टेशनों का राजस्व संचालन शाम 7 बजे शुरू हो जाएगा। मेट्रो रेल सुरक्षा आयुक्त ने निरीक्षण के बाद पेट्टा-एसएन जंक्शन खंड के राजस्व संचालन को मंजूरी दी थी। वडक्केकोट्टा, एसएन जंक्शन स्टेशनों और पनमकुट्टी पुल का काम 16 अक्टूबर, 2019 को शुरू किया गया था और यह कोविड-19 महामारी के दौरान भी जारी रहा था। वडक्केकोट्टा 4.3 लाख वर्ग फुट के क्षेत्र के साथ मेट्रो स्टेशनों में सबसे बड़ा है। अन्य मेट्रो स्टेशनों के विपरीत, स्टेशन के अंदर और बाहर दोनों तरफ बड़े व्यावसायिक स्थान बनाए गए हैं।