तिरुवनंतपुरम: भारत के जिस राज्य में सबसे ज्यादा बारिश होती थी वहां ऐसे लग रहा है कि मानसून रूठ गया है। हम बात कर रहे हैं केरल की। अमूमन केरल में दक्षिण पश्चिमी मानसून अच्छी बारिश करके आगे बढ़ता था। राज्य में हर तरफ पानी ही पानी नजर आता था लेकिन इस बार यहां अभी तक मानसून के दौरान सामान्य से कम वर्षा हुई है। दक्षिण-पश्चिम मानसून अपने सामान्य समय 1 जून के मुकाबले एक हफ्ते की देरी से 8 जून को इस बार केरल पहुंचा। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) का कहना है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के कारण इस अवधि में केरल में होने वाली सामान्य बारिश के मुकाबले इस साल 65 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। हालांकि, केरल में स्थित मौसम विभाग के क्षेत्रीय कार्यालय का कहना है कि दक्षिण-पश्चिमी हवा तेज हो रही है और आने वाले दिनों में अच्छी बारिश होने की संभावना है।
कब होगी झमाझम बारिश?
मौसम विभाग, केरल केन्द्र की निदेशक डॉक्टर वी. के. मिनी ने बताया, ‘‘केरल में सामान्य से 65 प्रतिशत कम बारिश हुई है। इस मौसम में अभी तक केरल के सभी जिलों में सामान्य से कम बारश हुई है।’’ उन्होंने कहा कि अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में चक्रवात बनने जैसे अन्य कई कारणों से दक्षिण-पश्चिम मानसून की गति धीमी है। उन्होंने कहा, ‘‘मानसून ने पिछले ही हफ्ते गति पकड़ी है। अब हम उसमें तेजी देख रहे हैं। ऐसे में आने वाले दिनों में ज्यादा बारिश होने की संभावना है।’’
बिहार में जून में दो दशक में सबसे कम बारिश
वहीं, आपको बता दें कि बिहार में तो स्थिति और खराब है। राज्य में जून में दो दशक की सबसे कम मानसूनी बारिश हुई है। इसे सीधे तौर पर जलवायु परिवर्तन का असर बताया जा रहा है। मौसम विभाग की मानें तो उत्तर बिहार में मानसून जून की बजाय जुलाई में शिफ्ट हो रहा है। 25 जून को पूरे बिहार में मानसून पहुंच गया लेकिन इसके बाद से कमजोर पड़ गया।
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