श्रीनगर: कश्मीर में मल्टीप्लेक्स को खोलने और श्रीनगर की जामिया मस्जिद को बंद रखने के असदुद्दीन ओवैसी के बयान को पुलिस ने गलत बताया और कहा कि ओवैसी के बयान में कोई हकीकत नहीं है। जामिया मस्जिद की इंतजामिया ने कहा कि 4 अगस्त 2019 को जब जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 को हटाना था, मीरवाइज़ मौलवी उमर फ़ारूक़ को नज़र बंद रखने के साथ ही जामिया मस्जिद को भी बंद कर दिया गया था। बाद में कोविड के कारण, जामिया मस्जिद और कश्मीर की दूसरी सभी छोटी-बड़ी मस्जिदें भी पूरी तरह से बंद कर दिए गए थे अलबत्ता पिछले कुछ हफ़्तों से नमाज पढ़ने पर कोई पाबंदी नहीं है खासकर जुमा की नमाज। लेकिन बीच-बीच में सरकार की तरफ से कई बार मस्जिद को नमाज के लिए बंद करना पड़ा था लेकिन पिछले 5-6 हफ़्तों से जुमा की नमाज के साथ-साथ 5 वक्त नमाज यहां अदा हो रही हैं।
बता दें कि असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आपने शोपियां और पुलवामा में सिनेमा हॉल खोल दिए लेकिन हर जुमे को श्रीनगर की जामिया मस्जिद बंद क्यों रहती हैं। कम से कम दोपहर के मैटिनी शो के दौरान तो उन्हें बंद नहीं करें। श्रीनगर की यह जामिया मस्जिद एक ऐतहासिक मस्जिद हैं। यहां दूर-दूर से लोग नमाज पढ़ने के लिए पहुंचते हैं और आज भी कुछ ऐसी ही तस्वीर दिखी। जामिया मस्जिद के सभी दरवाजे खुले थे। आम लोगों के साथ-साथ यहां पर्यटकों की अच्छी खासी भीड़ देखने को मिली। कुछ लोग नमाज पढ़ते हुए मस्जिद में नजर आए तो कुछ लोग श्रीनगर की इस ऐतिहासिक जामिया मस्जिद की दीवारों के साथ तस्वीरें खींचते हुए नजर आए।
'केवल 3 बार मस्जिद को बंद किया गया'
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जामिया मस्जिद को बंद रखे जाने पर कहा कि कोरोना काल के बाद केवल तीन मौकों पर अस्थायी तौर पर मस्जिद को बंद कर दिया गया था। आतंकी हमले और कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने के कारण तीन बार जामिया मस्जिद को बंद रखा गया था और यह सब तब किया गया क्योंकि जामिया इंतजामिया अधिकारियों की ओर से मस्जिद के अंदर किसी प्रकार की गड़बड़ी न होने देने का आश्वासन देने में वो विफल रहे।
'ओवैसी के ट्वीट में कोई सच्चाई नहीं'
इंडिया टीवी से बात करते हुए जम्मू कश्मीर पुलिस के SSP राकेश बलवाल ने कहा कि असदुद्दीन ओवैसी की तरफ से किए गए ट्वीट में कोई सच्चाई नहीं है। इस तरह के लोग ऐसे बयानों से यहां का माहौल बिगड़ना चाहते हैं। उन्होंने कहा, मैं यहां के लोगो से अपील करता हूं कि ऐसे बयानों पर ध्यान ना दें और ये भी वाज़िह करता हूं कि जामिया मस्जिद में नमाज पर किसी भी तरह की पाबंदी नहीं है खासकस कर जुमे की नमाज को लेकर।
शाहमीरी वंश के छठे सम्राट सिकंदर शाह ने बनवाई थी मस्जिद
आपको बता दें कि श्रीनगर के पुराने शहर के केंद्र में स्थित, जामिया मस्जिद को शाहमीरी वंश के छठे सम्राट सिकंदर शाह ने बनवाया था, जिसने 1339 से 1561 तक कश्मीर पर शासन किया था। इसलिए ये मस्जिद कश्मीर की ऐतिहासिक मस्जिदों में शुमार की जाती है। इस ऐतिहासिक मस्जिद में न सिर्फ कश्मीर से बल्कि देश और दुनिया के हर कोने से लोग बड़ी आस्था लेकर आते हैं।